ब्‍यूटी की हिस्‍ट्री: हीरे से बनती है दुन‍िया में सबसे महंगी नेल पॉल‍िश, मगर कहां से हुई नाखून रंगने की शुरूआत - जानें द‍िलचस्‍प इत‍िहास

नेल पॉलिश महिलाओं की पर्सनैलिटी को एक्सप्रेस करती है। ये महिलाओं के सोलह श्रृंगार का अहम हिस्सा है। सिर्फ आज ही नहीं बल्कि सदियों से नेल पॉलिश का इस्तेमाल किया जा रहा है। आज इस आर्टिकल में हम आपको नेल पॉलिश के रोचक इतिहास के बारे में बताने जा रहे हैं। साथ ही आपको बताएंगे कि किसने नेल पॉलिश की खोज किसने की थी।

history of nail paint or nail polish

history of nail paint or nail polish

हाथों की सुंदरता बढ़ाने के लिए महिलाएं तरह-तरह के रंग-बिरंगे नेल पॉलिश से नाखूनों को सजाती हैं। खासकर लड़कियों के बीच नेल पॉलिश को लेकर एक अलग ही क्रेज देखने को मिल रहा है। नेल पॉलिश का इस्तेमाल आज से ही नहीं बल्कि सदियों से खुद को और अपने व्यक्तित्व को एक्सप्रेस करने का एक तरीका माना जाता है। नेल पॉलिश महिलाओं की पर्सनैलिटी को एक्सप्रेस करती है। अब जिस चीज को लेकर लड़कियों में इतना क्रेज देखने को मिल रहा है तो सोचिए उसका इतिहास कितना रोचक होगा। आज इस आर्टिकल में हम आपको नेल पॉलिश के रोचक इतिहास के बारे में बताने जा रहे हैं। साथ ही आपको बताएंगे कि किसने नेल पॉलिश की खोज किसने की थी।

नेल पॉलिश का इतिहास

मॉडर्न वर्ल्ड में नेल पॉलिश के इतिहास को लेकर कई तरह की थ्योरी मौजूद हैं। ऐसा कहा जाता है 3200 ईसा पूर्व युद्ध से पहले बेबीलोनिया में योद् अपने नाखूनों को रंगा करते थे। इस समय नाखूनों को रंगने के लिए कोहल का इस्तेमाल किया जाता था। ऐसा इसलिए किया जाता था क्योंकि नाखूनों के रंग से उनके वर्ग का पता चलता था। उदाहरण से समझने की कोशिश करें तो, काले नाखून वालों को उच्च श्रेणी का माना जाता था जबकि हरे नाखून वालों को उच्च श्रेणी का नहीं माना जाता था। वहीं लाल रंग रॉयल्टी का प्रतीक माना जाता था। लाल रंग के नेल पॉलिश को शासक वर्गों के लिए आरक्षित रखा जाता था। चीनी इतिहास को खंगाले तो मालूम होता है कि निम्न वर्ग के लोग अपने नाखूनों को हल्के रंगों से सजाते थे। वहीं राजघरानों में अपने नाखूनों को रंगने पर फांसी की सजा दी जाती थी।
नेल पॉलिश के इतिहास को लेकर ऐसा भी कहा जाता है कि क्लियोपेट्रा अपने नाखूनों को रंगने के लिए चमकदार लाल मेंहदी का इस्तेमाल किया करती थीं। लेकिन सच्चाई यह है कि इस प्रथा का मिस्र और आसपास के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर पालन किया जाता था, और इतिहास गवाह है कि नेफ़र्टिटी इस तरह की विधि का पालन करने वाले पहले शासकों में से एक थे, जो नाखूनों को रंगने के लिए मेहंदी का इस्तेमाल करते थे। उस समय मिस्र में मेहंदी का इस्तेमाल कई चीजों के लिए किया जाता था।
लेकिन समय के साथ नेल पॉलिश का भी आधुनिकरण होने लगा। वेस्टर्न वर्ल्ड में पिछले सौ सालों तक नेल पॉलिश का कोई नामों निशान नहीं था। हालांकि हाल के समय में नेल पेंट की दुनिया में व्यापक परिवर्तन और ग्रोथ देखने को मिल रही है। यहां कुछ प्रमुख घटनाएं दी गई हैं जो नेल पॉलिश के अधिक सुलभ होने के कारण घटित हुईं।
1878 तक, नेल पॉलिश घर पर या किसी महिला नौकरानी द्वारा लगाई जाती थी। मैरी ई. कॉब ने संयुक्त राज्य अमेरिका में मिसेज प्रेज़ मैनीक्योर नाम से एक सैलून खोला, जहां उन्होंने फ्रांस में विदेश में नेल पॉलिश लगाने के तरीके को सीखा और उसे उन्होंने रोजी रोटी का जरिया बना लिया।

नेल पॉलिश का आविष्कार कब और किसने किया

यह थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन नेल पॉलिश का आविष्कार ऑटोमोबाइल के आविष्कार और लोकप्रियता से जुड़ा है। लिक्विड पॉलिश का विचार क्यूटेक्स द्वारा बनाया और डिजाइन किया गया था। क्यूटेक्स वो कंपनी थी जो 1920 के दशक तक क्यूटिकल ऑयल का उत्पादन करती थी। मिशेल मेनार्ड नाम की मेकअप आर्टिस्ट ने इसे आगे बढ़ाने का काम किया। कार के लैकर की चमक को देख उन्होंने इस पॉलिश की नकल की और उस ब्रांड में योगदान दिया, जिसे आज रेवलॉन के नाम से जाना जाता है। बता दें रेवलॉन नेल पॉलिश बनाने वाली एक कंपनी थी जो बाद में कई तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाने लगी थी।

नेल पॉलिश कैसे बनती है

चीन को 3000 ईसा पूर्व के आसपास मधुमक्खियों के मोम, अंडे की सफेदी, जिलेटिन और फूलों की पंखुड़ियों से निकाले गए रंगों के मिश्रण का उपयोग करके पहली बार नेल पॉलिश बनाने का श्रेय दिया जाता है। लेकिन आधुनिकरण होने के बाद नेल पॉलिश बनाने के तरीके में भी काफी परिवर्तन हुआ है। अब नेल पॉलिश को तैयार करने के लिए पहले अलग अलग रंगों के कॉम्बिनेशन को मिलाया जाता है जिससे एक नया रगं तैयार होता है, ऐसे ही अलग अलग रंगों को तैयार करके एक मशीन द्वारा दही की तरह उन्हें फेंटा जाता है। फिर एक पैकेट से नेल पॉलिश की खूबसूरत बोतलें निकाल कर उनमें इसे भर कर मार्केट में बेचने के लिए भेजा जाता है।

घर पर कैसे तैयार करें नेल पॉलिश

मार्केट में मिलने वाले नेल पॉलिश नाखूनों को खराब कर देते हैं। ऐसे में अब आप घर पर ही नेल पॉलिश तैयार कर सकते हैं। इसे घर पर बनाना बेहद आसान और सरल है। घर पर नेल पॉलिश बनाने के लिए सबसे पहले गुड़ के ब्लॉक को अच्छे से पीसकर इसका पाउडर बना लें। इसके बाद इस पॉउडर को एक कटोरे में रखें और फिर इसमें लौंग रखें। फिर इसे एक कटोरी से ढक कर इसे गैस पर गर्म करें। करीब 10 मिनट तक इसमें से कुछ भाप निकलने दें, जो कुछ देर में पानी में बदल जाएगा। इसके बाद इस पानी के मिश्रण में मेंहदी पाउडर मिलाएं और फिर नाखूनों पर अप्लाई करें।

नेल पॉलिश लगाने का सही तरीका

नेलपेंट अप्लाई करने के लिए सबसे पहले हाथों को अच्छी तरह धो लें। फिर नेलपेंट का पहला स्ट्रोक नाखूनों के बीचों-बीच क्यूटिकल से ऊपर की ओर लगाएं। फिर एक साइड के नाखून को पहले पेंट करें फिर दूसरी तरफ नेल पॉलिश लगाएं। जब पहली कोटिंग सूख जाए तभी दूसरी कोटिंग लगाएं। नेल पॉलिश लगाने से पहले इसल बात का खास ध्यान रखें कि नेल पॉलिश अच्छी क्वालिटी का हो नहीं तो नाखून खराब हो सकते हैं।

नेल पॉलिश की कीमत

मार्केट में आपको 10 रुपये से लेकर लाखों की कीमत वाले नेल पॉलिश मिल जाएंगे। किसी भी नेल पॉलिश की कीमत उसकी ब्रांड पर निर्भर करती है। किसी भी अच्छे ब्रांड की एक छोटी सी नेल पेंट की बोतल ही आराम से 300-350 रुपये तक आ जाती है।

दुनिया की सबसे महंगी नेल पॉलिश

दुनिया की सबसे महंगी नेल पॉलिश का नाम ऐज़ाटुर है। इसे लॉस एंजेलिस के डिज़ाइनर ऐज़ाटुर पोगोसियन ने तैयार किया है। काले रंग की ऐज़ाटुर नेल पॉलिश दुनिया की सबसे महंगी नेलपॉलिश है। इस नेल पॉलिश को खरीद पाना हर किसी के बस की बात नहीं। इस एक नेक पॉलिश की कीमत में आप 3-4 महंगी गाड़ियां खरीद सकते हैं। इसकी कीमत 2.5 लाख अमेरिकी डॉलर यानि 2 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है।

क्यों इतनी महंगी है ये नेल पॉलिश

ऐज़ाटुर ब्लैक नेल पॉलिश बनाने में 267 कैरेट के ब्लैक डायमंड का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए इसकी कीमत 2 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | लाइफस्टाइल (lifestyle News) और बजट 2024 (Union Budget 2024) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

लेटेस्ट न्यूज

Ritu raj author

शुरुआती शिक्षा बिहार के मुजफ्फरपुर से हुई। बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन पूरा किया। इसके बाद पत्रकारिता की पढ़ाई के लिए नोएडा आय...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited