Manoj Muntashir Shayari: रात के अंधेरे के बाद सुबह की ओस जैसी हैं ये नज्में, सीधे दिल पर दस्तक देंगे मनोज मुंतशिर के ये चुनिंदा शेर

Manoj Muntashir Shayari in Hindi: आज इरशाद के आज के अंक में हम पढ़ेंगे युवा शायर मनोज मुंतशिर के कुछ टुनिंदा शेर। मनोज की सबसे खास बात ये है कि वह अपनी नज्मों में अपने जज़्बात के रंग कुछ इस तरह घोल देते हैं कि उनकी शायरी में नई तस्वीर नज़र आती है और वह जवां दिलों की धड़कन बन जाती है।

Manoj Muntashir Shayari in Hindi

Manoj Muntashir Shayari, Poetry, Songs in Hindi( मनोज मुंतशिर की शायरी): मनोज मुंतशिर आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है। शेर-ओ-शायरी की दुनिया में मनोज ने ऊंचा मुकाम हासिल किया है। मनोज मुंतशिर के पास एक दिलकश ज़बान है, मुहब्बत की दास्तान है और अपनी बात को दिलचस्प अंदाज़ में पेश करने का हुनर है। इन खूबियों के कारण उन्हें पुरानी पीढ़ी का आशीर्वाद भी मिलता है नई पीढ़ी का साथ भी। मनोज अपनी नज्मों में अपने जज़्बात के रंग कुछ इस तरह घोल देते हैं कि उनकी शायरी में नई तस्वीर नज़र आती है और वह जवां दिलों की धड़कन बन जाती है। पेश हैं मनोज मुंतशिर के चुनिंदा शेर:

1. मैं खंडहर हो गया पर तुम न मेरी याद से निकले

तुम्हारे नाम के पत्थर मेरी बुनियाद से निकले

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