Mother's Day 2024 Date: आज है मदर्स डे, मई के दूसरे संडे को ही क्यों मनाते हैं ये खास दिन, जानिए सारे जवाब

Mother's Day 2024 Date Kab hai in India: मां के लिए दुनिया भर के कई देशों में मातृ दिवस (Mothers Day History And Significance) मनाया जाता है। मदर्स डे के इस खास मौके पर लोग अपनी मां को याद करते हैं और उन्हें बताते हैं कि वो उनके लिए कितना मायने रखती हैं।

Happy Mothers Day 2024 Date

Happy Mother's Day 2024 Date in India, History and Importance of Mothers Day

Mother's Day 2024 Date In India: मां अपने बच्चों के लिए जितना त्याग करती है उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।यूं तो अगर रोज सुबह शाम चौबीसों घंटे हम मां का शुक्रिया अदा करें तो वो भी कम है। फिर भी मां के लिए दुनिया भर के कई देशों में मातृ दिवस (Mothers Day History And Significance) मनाया जाता है। मदर्स डे के इस खास मौके पर लोग अपनी मां को याद करते हैं और उन्हें बताते हैं कि वो उनके लिए कितना मायने रखती हैं। हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाने का चलन है। इस बार मदर्स डे 12 मई (Mothers Day 2024 Date) को सेलिब्रेट किया जाएगा। मदर्स डे के मौके पर हम अपनी मां को ये बता सकते हैं कि हम उन्हें कितना प्यार करते हैं। इस खास मौके पर मां के हर बलिदान, समर्पण और प्रेम के कण के लिए धन्यवाद कहना चाहिए।

Mother's Day Shayari In Hindi (मदर्स डे की बेहतरीन शायरी)

मदर्स डे का इतिहास (Mother's Day History)मदर्स डे की शुरुआत ग्राफ्टन, वेस्ट वर्जिनिया की रहने वालीं एना जार्विस ने की थी। दरअसल, मदर्स डे की शुरुआत एना जार्विस की मां एन रीव्स जार्विस करना चाहती थीं। एन रीव्स जार्विस चाहती थीं कि साल में एक खास दिन ऐसा हो जब अतुलनीय सेवा के लिए माताओं को सम्मानित किया जाए। लेकिन अपने जीवन काल में वह ऐसा नहीं कर पाईं। साल 1905 में उनके निधन के बाद उनके सपने को पूरा उनकी बेटी ने। साल 1908 में पहली बार मदर्स डे मनाया गया। इस खास दिन का उद्देश्य था कि इस दिन लोग अपनी मां के त्याग को याद करें और उसकी सराहना करें। इस तरह से मदर्स डे का इतिहास करीब 116 साल पुराना है।

मई के दूसरे रविवार को ही क्यों पड़ता है मदर्स डे (Why We Celebrate Mother's Day)

एना जार्विस की मां एन रीव्स जार्विस का निधन 9 मई 1905 को हुआ था। चूंकि मदर्स डे का कॉन्सेप्ट एन रीव्स जार्विस का ही थी तो एना चाहती थीं कि यह खास दिन उनकी मां की पुण्य तिथि के आसपास ही सेलिब्रेट किया जाए। इस बात का ख्याल रखते हुए एना को उनके किसी सहयोगी ने आइडिया दिया कि क्यों ना मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाए। एना को भी यह आइडिया भा गया। इस तरह से हर साल 9 मई के करीब ही मदर्स डे मनाया जाता है। इस साल मदर्स डे 12 मई को मनाया जा रहा है।

सबसे पहले किसने मनाया था मदर्स डे

ऊपर दी गई जानकारी से आपको यह तो पता चल ही गया होगा कि मदर्स डे सबसे पहले एना जार्विस ने ही मनाया था। उन्होंने उस दिन अपनी मां के पसंदीदा सफेद कार्नेशन फूल महिलाओं को बांटे, जिन्हें चलन में ही ले लिया गया। मदर्स डे का कॉन्सेप्ट लोगों को इतना पसंद आया कि आज दुनिया के 50 से ज्यादा देशों में मदर्स डे को बड़े धूमधाम से सेलिब्रेट किया जाता है।

मदर्स डे शुरू करने वाली हीं करने लगीं इसका विरोध

ये जानकर हैरानी होगी कि मदर्स डे की शुरुआत करने वालीं एना जार्विस ने ही आगे चलकर इसे खत्म करने की मुहिम भी चलाई थी। दरअसल वो इस दिन के व्यवसायीकरण से दुखी थीं। दुनियाभर के कई देशों में इस खास दिन पर सफेद कार्नेशन फूल की कालाबाजारी होने लगी। लोगों को ये फूल ऊंची कीमतों पर खरीदने को मजबूर किया जाने लगा। इसके साथ ही मदर्स डे पर टॉफी, चॉकलेट और गिफ्ट्स की भी कालाबाजारी शुरू हो गई। इस बात से एना इतनी खफा हुईं कि उन्होंने मदर्स डे को खत्म करने की सिफारिश कर डाली। एना ने साल 1920 में खासतौर पर लोगों से गुजारिश की कि वो फूल और तोहफों के चक्कर में ना पड़ें।

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Suneet Singh author

मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर डिप्टी न्यूज़ एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से उत्तर प्रदेश में बलिया के रहने वाला हूं और साहित्य, संगीत और फिल्मों में म...और देखें

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