Tulsidas Jayanti Sanskrit Wishes: खास अंदाज में अपनों को भेजें तुलसीदास जयंती की बधाई.. देखें तुलसीदास जी के 10 दोहे, तुलसीदास जयंती संस्कृत विशेज

Tulsidas Jayanti Sanskrit Wishes: श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को हिंदू धर्म के महान ग्रंथों के रचयिता तुलसीदास जी की जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस साल तुलसीदास जयंती आज यानि की 11 अगस्त को मनाई जा रही है, ऐसे में देखें तुलसीदास जयंती संस्कृत विशेज, तुलसीदास जी के दोहे।

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Tulsidas Jayanti Sanskrit Wishes

Tulsidas Jayanti 2024 Wishes in Sanskrit: हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल शिव सिद्ध सावन मास की सत्पमी तिथि के दिन को तुलसीदास जयंती के रूप में मनाया जाता है। गोस्वामी तुलसीदास जी को संस्कृत के विख्यात विद्वान और भारतवर्ष के महान कवि के रूप में पहचाना जाता है। जिन्होने रामचरितमानस से लेकर हनुमान चालिसा तक की रचना की है। इस साल तुलसीदास जयंती 11 अगस्त को मनाई जा रही है। हिंदू धर्म के जातकों के लिए इस दिन का खास महत्व होता है, इस खास अवसर पर अगर आप भी अपने अपनों को तुलसीदास जी का आशीष प्राप्त करवाना चाहते हैं। तो आप उन्हें तुलसीदास जयंती के ये शुभकामना संदेश भेज सकते हैं, देखें तुलसीदास जयंती 2024 संस्कृत विशेज, दोहे।

Tulsidas Jayanti 2024 Wishes in Sanskrit Dohe

1. तुलसी जे कीरति चहहिं, पर की कीरति खोइ।

तिनके मुंह मसि लागहैं, मिटिहि न मरिहै धोइ।।

Tulsidas Jayanti 2024

2. तुलसी साथी विपत्ति के, विद्या विनय विवेक ।

साहस सुकृति सुसत्यव्रत,राम भरोसे एक ।।

Tulsidas Ji ke Dohe

3. हनुमान चालीसा लिखी, अमर अमिट ये गाथा

घट में हरी बसे तुम्हरे, मन भक्ति में लागा

दरस दिए राम लला ने, हनुमत संग बिराजे

उदय हुआ सुख का सूरज, भाग्य किस्मत जागा.

Happy Tulsidas Jayanti 2024

4. नमन करू तुम चरणों में, राम चरित के रचेता

तुलसीदास दोनों कर जोडू, राम ह्रदय विजेता.

Tulsidas Jayanti Quotes

5. काम क्रोध मद लोभ की, जौ लौं मन में खान। तौ लौं पण्डित मूरखौं, तुलसी एक समान।।

6. जेहि पर कृपा करहिं जनु जानी। कबि उर अजिर नचावहिं बानी॥

मोरि सुधारिहि सो सब भांती। जासु कृपा नहिं कृपाँ अघाती॥

7. धर्म का काम किसी का मत बदलना नहीं, बल्कि मन बदलना है

एक व्यक्ति इसके आधार पर ही सही रास्ते पर चल सकता है..

जीवन का सार समझाने वाले तुलसीदास जी को नमन

8. दुर्जन दर्पण सम सदा, करि देखौ हिय गौर।

संमुख की गति और है, विमुख भए पर और॥

9. मुखिया मुख सों चाहिए, खान पान को एक

पालै पोसै सकल अंग, तुलसी सहित

10. तुलसीदास जी की 527वीं जन्म जयंती की सभी सनातनियों को बहुत बहुत बधाई..

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अवनी बागरोला author

मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर ट्रेनी कॉपी राइटर कार्यरत हूं। मूल रूप से मध्य प्रदेश के उज्जैन की रहने वाली लड़की, जिसे कविताएं लिखना, महिलाओं से ज...और देखें

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