Breadcrumbing: रिश्तों को दीमक की तरह कर रही है खोखला, फंसते जा रहे युवा, जानिए क्या बवाल है ये ब्रेड क्रम्बिंग

What is Breadcrumbing: ब्रेड क्रम्बिंग मॉडर्न डेटिंग की एक ऐसी हकीकत बन चुकी है जो रिश्तों को उलझाने के साथ ही उसे और भी ज्यादा दुखदायी बना रही है। यह न केवल समय और ऊर्जा की बर्बादी है, बल्कि भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करने वाला ट्रेंड है। भले इसे अल्पकालिक फायदे मिल जाएं लेकिन इसके नुकसान कहीं ज्यादा गंभीर हैं।

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Bread Crumbing Meaning in Hindi, Pros and Cons of Bread Crumbing

What is Breadcrumbing in Hindi: मोबाइल और टेक्नोलॉजी के इस मॉडर्न जनरेशन में रिश्तों के कई नए आयाम सामने आए हैं। तकनीक ने एक ओर जहां लोगों को जोड़ने का काम किया है, वहीं इसने रिलेशनशिप में कॉम्प्लैक्सिटी भी बढ़ाई है। रोज एक नए तरह के अजीबोगरीब रिलेशनशिप ट्रेंड्स देखने को मिल रहे हैं। इन दिनों डेटिंग का एक नया ट्रेंड काफी चर्चा में है। इस ट्रेंड का नाम है ब्रेड क्रम्बिंग। यह एक ऐसा डेटिंग ट्रेंड है जो भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का पर्याय बन चुका है।

ब्रेड क्रम्बिंग क्या है? (What is Breadcrumbing)

ब्रेड क्रम्बिंग रिश्ते में उस मोड़ को कहते हैं जब आपका पार्टनर आपके साथ किसी सीरियस कमिटमेंट्स से बचता है। हां ये जरूर करता है कि रिलेशनशिप को बनाए रखने के लिए वह छोटी-मोटी कोशिशें करता रहता है। रिलेशनशिप में ब्रेड क्रम्बिंग अंग्रेजी के Bread Crumbs से लिया गया है, जो हैन्सल और ग्रेटेल की कहानी से प्रेरित है,। इस कहानी में बच्चे जंगल में रास्ता खोजने के लिए ब्रेड के टुकड़े छोड़ते हैं। ठीक उसी तरह, ब्रेड क्रम्बिंग में व्यक्ति सामने वाले को रिश्ते की उम्मीद तो देता है, लेकिन उसे कभी पूरा नहीं करता।

ब्रेड क्रम्बिंग को अगर उदाहरण के साथ समझा जाए तो यूं समझिए कि कोई शख्स आपको कभी-कभार मैसेज करेगा, फ्लर्ट करेगा या मुलाकात का वादा करेगा, लेकिन जब बात गंभीर रिश्ते या मिलने की आती है, तो वह बहाने बनाकर पीछे हट जाता है। यह व्यवहार सामने वाले व्यक्ति को भ्रम में रखता है, जिससे वह रिश्ते की संभावना को लेकर उलझन में रहता है। यही स्थिति ब्रेड क्रम्बिंग कहलाती है।

ब्रेड क्रम्बिंग के लक्षण (Signs of Breadcrumbing)

बहुत से लोग सही स्थिति का आंकलन नहीं कर पाते हैं। उनकी आंखें तब खुलती हैं जब रिश्ता टूट चुका या बर्बाद हो चुका होता है। ऐसे में आपको यह जानना जरूरी है कि ब्रेड क्रम्बिंग के लक्षण क्या हैं। इससे आप फैसला ले सकते हैं आप क्या कर रहे हैं और आपको क्या करना चाहिए:

1. अगर आपका पार्टनर आपके मैसेज का जवाब देर से देता है या कभी-कभी पूरी तरह अनदेखा करता है तो यह ब्रेड क्रम्बिंग का लक्षण हो सकता है।

2. ब्रेड क्रम्बिंग करने वाले व्यक्ति की बातचीत में गहराई की कमी होती है। वे मीम्स, फोटो, या मजाकिया संदेश भेजते हैं, लेकिन भावनात्मक या गंभीर मुद्दों पर बात करने से बचते हैं।

3. ऐसा शख्स मिलने की योजना बनाता है, लेकिन आखिरी समय में रद्द कर देता है या कोई बहाना बना लेता है।

4. कभी वे बहुत ध्यान देते हैं, तो कभी पूरी तरह गायब हो जाते हैं, जिससे आपको उनके इरादों का अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है।

5. अगर आपका पार्टनर भविष्य की योजनाओं या रिश्ते को सबके सामने कबूल करने से कतराते हैं।

ब्रेड क्रम्बिंग के नुकसान (Negative Impact of Bread Crumbing)

ब्रेड क्रम्बिंग किसी भी रिश्ते में दीमक की तरह काम करता है। इस डेटिंग ट्रेंड के नुकसान बहुत ज्यादा गंभीर होते हैं। ये नुकसान न केवल रिश्ते को, बल्कि दोनों व्यक्तियों की मानसिक और भावनात्मक स्थिति को प्रभावित करते हैं:

1. रिलेशनशिप में ब्रेड क्रम्बिंग की शिकार व्यक्ति हमेशा भ्रम और अनिश्चितता का सामना करता रहता है। जब उसे अपने पार्टनर की हकीकत पता चलती है तो उसके आत्मसम्मान को तो ठेस पहुंचती ही है, मानसिक तनाव भी बढ़ता है।

2. ब्रेड क्रम्बिंग हर हाल में समय और ऊर्जा की बर्बादी है। इसमें दो लोग एक ऐसे रिश्ते में उलझे रहते हैं, जो शायद कभी फलदायी न हो।

3. लगातार मिश्रित संकेत मिलने से व्यक्ति का रिश्तों पर विश्वास डगमगा सकता है। वे भविष्य में नए रिश्तों में संकोच करने लगते हैं।

4. विशेषज्ञों का कहना है कि ब्रेड क्रम्बिंग का शिकार होने से चिंता, अवसाद, और आत्मविश्वास की कमी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यह व्यक्ति को भावनात्मक रूप से अस्थिर बना सकता है।

5. ब्रेड क्रम्बिंग रिलेशनशिप में एक असमानता पैदा करती है। यहां एक व्यक्ति रिश्ते को बनाए रखने के लिए ज्यादा प्रयास करता है, जबकि दूसरा केवल न्यूनतम ध्यान देता है। यह असंतुलन ही टॉक्सिक रिलेशनशिप का कारण बनता है।

ब्रेड क्रम्बिंग के फायदे ( Benefits of Bread Crumbing)

जैसे हर सिक्के के दो पहलू होते हैं ठीक उसी तरह से ब्रेड क्रम्बिंग के भी नुकसान के साथ फायदे भी हैं। कुछ परिस्थितियों में ब्रेड क्रम्बिंग फायदेमंद होती है। ये फायदे व्यक्ति और उसके रिश्ते की प्रकृति पर निर्भर करते हैं:

1. अगर दो लोग आम सहमति से बिना कमिटमेंट वाले रिश्ते में हैं तो वहां ब्रेड क्रम्बिंग गलत नहीं होती। यह भावनात्मक आजादी देती है। ब्रेड क्रम्बिंग अपनाकर अपनी सुविधा के अनुसार रिश्ते को नियंत्रित कर सकते हैं।

2. जो लोग अकेलेपन से बचना चाहते हैं, लेकिन किसी कमिटमेंट के लिए तैयार नहीं हैं, वे ब्रेड क्रम्बिंग के जरिए सामाजिक और भावनात्मक संपर्क बनाए रख सकते हैं। यह उन्हें अस्थायी ही सही पर संतुष्टि देता है।

3. जैसा कि ब्रेड क्रम्बिंग में कोई कमिटमेंट नहीं होती है तो ऐसे में किसी तरह के इमोशनल या फाइनेंशियल लॉस की भी संभावना नहीं होती है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

ब्रेड क्रम्बिंग मॉडर्न डेटिंग की एक ऐसी हकीकत बन चुकी है जो रिश्तों को उलझाने के साथ ही उसे और भी ज्यादा दुखदायी बना रही है। यह न केवल समय और ऊर्जा की बर्बादी है, बल्कि भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करने वाला ट्रेंड है। भले इसे अल्पकालिक फायदे मिल जाएं लेकिन इसके नुकसान कहीं ज्यादा गंभीर हैं। रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अगर आपको लगता है कि आपका पार्टनर ब्रेड क्रम्बिंग कर रही है तो आप उनसे खुलकर बात करें। समय रहते इसका समाधान करना जरूरी है।

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Suneet Singh author

मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर डिप्टी न्यूज़ एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से उत्तर प्रदेश में बलिया के रहने वाला हूं और साहित्य, संगीत और फिल्मों में म...और देखें

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