मुख्य बातें
- हर मौसम में सनस्क्रीन लगाना चाहिए।
- सनस्क्रीन धूप की किरणों के साथ सनटैन से बचाता है।
- साइंटिफिकली अप्रूव्ड सनस्क्रीन का करें इस्तेमाल।
Winter Skin care: सनस्क्रीन का इस्तेमाल केवल गर्मी के दिनों में किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह अवधारणा गलत है। चूकि चेहरे पर धूप हर मौसम में पड़ती है, तो भला सनस्क्रीन गर्मियों में ही क्यों? यह जरूर है कि गर्मी में धूप की किरणें काफी तेज होती हैं, जबकि दूसरे मौसम में यह नर्म होती है। लेकिन धूप जब भी त्वचा पर पड़ती है उसे नुकसान ही पहुंचाती है। इस कारण हमें हर मौसम में सनस्क्रीन लगाना चाहिए, ताकि त्वचा को धूप के हानिकारक किरणों के साथ-साथ सनटैन से भी बचाया जा सके।
CosIQ की फाउंडर व सीईओ कनिका वत्स के मुताबिक यह जानना भी बहुत जरूरी है कि हम किस प्रकार के सनस्क्रीन का उपयोग कर रहे हैं। आजकल बाजार में कई तरह के सनस्क्रीन उपलब्ध हैं और सभी अच्छे होने का दावा करते हैं। ऐसे में सही का चुनाव कर पाना थोड़ा मुश्किल है। आपके लिए यह जरूरी है कि आप उसको चुनें जो साइंटिफिकली या क्लिनिकल ट्रायल द्वारा अप्रूव्ड हैं। ऐसे सनस्क्रीन के उपयोग के कई फायदे हैं और सबसे महत्त्वपूर्ण यह कि वो त्वचा पर कोई हानिकारक प्रभाव नहीं छोड़ते हैं।
साइंटिफिकली या क्लिनिकल ट्रायल द्वारा अप्रूव्ड सनस्क्रीन के फायदे
• ऐसे सनस्क्रीन आपकी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बेहतर सुरक्षा प्रदान करता है। यह स्किन की नमी को बनाए रखता है जिससे स्किन रूखा या बेजान होने से बच जाता है।
• एक अच्छा सनस्क्रीन प्राकृतिक तत्वों से मिलकर बना होता है। यह आपके स्किन पर किसी भी प्रकार का कोई दाग नहीं छोड़ता है और त्वचा बिल्कुल साफ और चमकदार बनी रहती है।
• ऐसा सनस्क्रीन आपकी त्वचा को वातावरण में मौजूद धूल मिट्टी से होनेवाले हानिकारक प्रभाव से भी बचाता है। आप पूरी निश्चिंतता के साथ किसी भी मौसम में बहार घूम सकते हैं।
• स्किन के लिए हाइड्रेशन बहुत ही आवश्यक है। एक अच्छा सनस्क्रीन आपकी त्वचा को लगातार हाइड्रेशन प्रदान करता है, जो आपको त्वचा से संबंधित कई समस्याओं से बचाता है। इससे कील मुहांसे जैसी समस्या से पूरी तरह से निजात मिलती है और त्वचा की सॉफ्टनेस बनी रहती है।
• अप्रूव्ड सनस्क्रीन का मतलब है कि वह हीलिंग प्रॉपर्टीज से भरपूर है, जो आपके स्किन के क्षय को भी ठीक करने में मदद करती है। इससे फाइन लाइन, रिंकल, दाग धब्बे या कील मुंहासे जैसी समस्याओं से आपका स्किन लम्बे समय तक सुरक्षित रहता है।
हानिकारक होते हैं ऐसे सनस्क्रीन
सनस्क्रीन, जो साइंटिफिकली अप्रूव्ड नहीं होते हैं वो आपके त्वचा को वांछित पोषण प्रदान नहीं कर पाते हैं। साथ ही वो त्वचा के लिए हानिकारक हो सकते हैं। ऐसी भी संभावना है कि हो उसमें हानिकारक केमिकल हो जो स्किन रोगों का कारण बन सकती है। यह बहुत ही जरूरी है कि आप किसी भी सनस्क्रीन को ट्राई करने से पहले उसके बारे में अच्छी तरह जान लें। केवल साइंटिफिकली अप्रूव्ड और केमिकल रहित सनस्क्रीन ही अपने स्किन पर लगाएं। यह आपको स्वस्थय, मुलायम और साफ सुथरी त्वचा प्राप्त करने में मदद करेगी।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह के ब्यूटी रुटीन से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।)