World Photography Day 2023: जानिए क्यों मनाया जाता है विश्व फोटोग्राफी दिवस, इतने मिनट में ली गई थी पहली फोटो

World Photography Day 2023: तस्वीरें अपने आप में कई सारी बातों को बयां करती है। इसलिए तस्वीरों के महत्व को बताने के लिए हर साल 19 अगस्त को वर्ल्ड फोटोग्राफी डे मनाया जाता है। वर्ल्ड फोटोग्राफी डे का एक खास महत्व है क्योंकि तस्वीरों के जरिए ही लोग इतिहास के बारे में जान पाए थे। तस्वीरों के जरिए ही लोग आज भी सौ से भी ज्यादा पुराने इतिहास के बारे में जान पाते हैं।

World Photography Day 2023

World Photography Day 2023: तस्वीरें अपने आप में कई सारी बातों को बयान करती है। इसलिए तस्वीरों के महत्व को बताने के लिए हर साल 19 अगस्त को वर्ल्ड फोटोग्राफी डे मनाया जाता है। वर्ल्ड फोटोग्राफी डे का एक खास महत्व है क्योंकि तस्वीरों के जरिए ही लोग इतिहास के बारे में जान पाए थे। तस्वीरों के जरिए ही लोग आज भी सौ से भी ज्यादा पुराने इतिहास के बारे में जान पाते हैं। आज के समय में हर कोई तस्वीरें क्लिक करना बेहद पसंद करता है। फोटोग्राफी सिर्फ एक काम नहीं बल्कि एक कला होती है। इसलिए आपने देखा होगा कि फोटोग्राफर्स की काफी महत्व होती है। वर्ल्ड फोटोग्राफी डे मनाने की शुरूआत 1837 में फ्रांस से हुई थी। फ्रांस के जोसेफ नाइसफोर और लुइस डॉगेर ने इसकी शुरुआत की थी। इसके बाद ही वहां की सरकार ने 19 अगस्त 1839 को वर्ल्ड फोटोग्राफी डे मनाने का ऐलान कर दिया था। जिसके बाद से हर साल 19 अगस्त को वर्ल्ड फोटोग्राफी डे मनाया जाता है।

फोटोग्राफी डे का ये है महत्व

वर्ल्ड फोटोग्राफी डे मनाने का उद्देश्य फोटोग्राफी के कला को बढ़ावा देना है। लोगों को वर्ल्ड फोटोग्राफी डे के बारे में बताने के लिए अलग अलग जगहों पर प्रोग्राम भी किए जाते हैं। इस प्रोगाम में देश के प्रसिद्ध फोटोग्राफर के द्वारा खींची गई तस्वीरों को दिखाया जाता है और लोगों को प्रोतसाहित किया जाता है।

पहली तस्वीर लेने में लगा था इतना समय

आज के समय में बाजार में बेहतरीन और दमदार कैमरे वाले एक से बढ़कर एक स्मार्टफोन आ गए हैं जिनकी मदद से महज कुछ ही सेकेंड में बेहतरीन तस्वीर क्लिक कर ली जाती है लेकिन पहले के जमाने में ना तो स्मार्टफोन थे और ना बेहतरीन लेंस वाले कैमरे। ऐसे में फोटो क्लिक करना काफी मुश्किल होता था। लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि जब पहली तस्वीर ली गई होगी तो कैसे ली गई होगी और कितना वक्त लगा होगा। दरअसल साल 1839 में रॉबर्ट कॉर्नेलियस ने फिलाडेल्फिया में अपने पिता की दुकान को फोटो में कैद करने के लिए एक कैमरा सेट किया और फिर फोटो क्लिक किया। फोटो क्लिक करने के तकरीबन 3 मिनट बाद एक पोर्ट्रेट तस्वीर निकलकर सामने आई थी।

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