रिटायरमेंट के बाद ड्रैगन फ्रूट ने बदल दी जिंदगी, लाख रुपये महीने हो रही है कमाई
Dragon Fruit Farming: अपने जीवन के 36 साल जूलॉजी टीचर के तौर पर शिक्षा बांटने के बाद एक सरकारी स्कूल में प्रधानाध्यापिका पद से 2022 में रिटायर होने बाद रेमाभाई एस श्रीधरन ने कुछ अलग करने का सोचा और औषधीय गुणों से भरपूर ड्रैगन फ्रूट की खेती करना शुरू किया। केरल के कोल्लम में रहने वाली रेमाभाई ने बताया कि अब वह अपनी छत से हर महीने करीब 500 किलोग्राम ड्रैगन फ्रूट की फसल तैयार कर लेती हैं। वह इससे रिटायरमेंट के बाद हर महीने 1 लाख रुपये कमाने में सफल हो जाती हैं।
कैसे शुरू की ड्रैगन फ्रूट की खेती
दबेटरइंडिया के मुताबिक रेमाभाई अपनी मां के निधन के बाद रेमाभाई गम में डूबी रहती थीं उन्होंने बताया कि मेरी मां मेरी बहन के साथ रहती थीं, जिसका घर मेरे घर के बगल में है। जब भी मैं शाम को स्कूल से घर आती, तो वह मेरा इंतजार करती। वह प्यार से मेरा स्वागत करती और मुझे गले लगाती। जब मैं 15 साल की थी तब मेरे पिता की मौत हो गई थी। उन्होंने हम सभी 13 भाई-बहनों की देखभाल की। वह बहुत मजबूत महिला थीं। उनकी मृत्यु के बाद मुझे अकेलापन महसूस हुआ क्योंकि अकेले घर में मेरा स्वागत करने वाला कोई नहीं बचा था। इसी दौरान उन्होंने विदेशी फल ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू की। इससे उन्हें संतुष्टि मिली, जीने का उद्देश्य मिला। (तस्वीर-Facebook/Canva)
ड्रैगन फ्रूट बेचकर महीने में कमा लेती हैं लाख रुपए
रेमाभाई ने इस अनोखे फल की खेती करने का मिशन शुरू किया। अब वह अपनी छत से हर महीने करीब 500 किलोग्राम ड्रैगन फ्रूट की खेती करती हैं। 200 रुपये प्रति किलोग्राम की आकर्षक कीमत से रिटायरमेंट के बाद हर महीने 1 लाख रुपये कमाने में सफल हो जाती हैं। (तस्वीर-Facebook/Canva)
बिना मिट्टी के उगाया ड्रैगन फ्रूट
ऐसा मना जाता है कि ड्रैगन फ्रूट केवल मिट्टी में ही पनप सकते हैं। लेकिन रेमाभाई ने निडरता से उन्हें अपनी छत पर उगाने की चुनौती ली, मिट्टी रहित प्लांटिंग माध्यम को अपनाया और पारंपरिक ज्ञान को चुनौती दी। उन्होंने कहा कि मेरे पास पर्याप्त खाली जमीन नहीं है। साथ ही छत पर ड्रैगन फ्रूट उगाने के लिए बहुत सारी मिट्टी की जरुरत होती है। मैं खुद छत पर मिट्टी नहीं ले जा सकती थी। इसलिए मैंने मिट्टी रहित रोपण विधि अपनाने का फैसला किया। (तस्वीर-Facebook/Canva)
कैसे करें बिना मिट्टी के ड्रैगन फ्रूट की खेती
द बेटरइंडिया के मुताबिक रेमाभाई 50 बड़े प्लास्टिक बैरल में खाद के साथ दुर्लभ विदेशी फलों के 100 पौधे उगाती हैं। जिनमें लाल और पीले रंग की ड्रैगन फ्रूट की किस्में शामिल हैं। पोषक तत्वों से भरपूर मिश्रण बनाने की अपनी तकनीक का खुलासा करते हुए उन्होंने कहा एक प्लास्टिक बैरल लें और जल निकासी के लिए नीचे एक छोटा सा छेद करें। हरी पत्तियों की एक मोटी परत डालें, फिर लकड़ी के बुरादा की एक परत, उसके बाद चावल के छिलके की एक परत और करीब 3 किलो खाद की एक मोटी परत डालें। अंतिम परत के रूप में 100 ग्राम हड्डी का चूर्ण डालें। उसके बाद अपने पौधे लगाएं। रेमाभाई ने तेजी से विकास और फलने के लिए सूखी पत्तियों, सब्जियों के कचरे और मछली, झींगा की खाल और केकड़े के खोल जैसे प्राकृतिक अवयवों के मिश्रण का उपयोग करके अपने स्वयं के जैविक उर्वरक भी तैयार किए हैं। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए मिट्टी के बिना पौधे उगाने का एक सुविधाजनक तरीका रहा है। (तस्वीर-Facebook/Canva)
ड्रैगन फ्रूट के कैसे तैयार करें खाद
अपनी जैविक खाद के रहस्यों के बारे में रेमाभाई बताती है कि 1 किलो मछली, झींगा, केकड़े के छिलके और बराबर मात्रा में गुड़ लें। उन्हें कोमल पपीते के छिलके के साथ मिलाएं। इसे छाया में रखें और खाद करीब तीन महीने में उपयोग के लिए तैयार हो जाएगी। यह कैल्शियम और फास्फोरस का बहुत अच्छा स्रोत है। ये मिनरल ड्रैगन फ्रूट के पौधे की वृद्धि के लिए बहुत उपयोगी हैं। (तस्वीर-Facebook/Canv
ड्रैगन फ्रूट के कई बेनिफिट्स
ड्रैगन फ्रूट के असंख्य हेल्थ बेनिफिट्स हैं, जिसमें कोलेस्ट्रॉल कम करने और आंखों की रोशनी सुधार करने की क्षमता है। ड्रैगन फ्रूट पोषक तत्वों से भरपूर होता है। (तस्वीर-Facebook/Canva)
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