क्या इस बार टूट जाएंगी मालविका, पति कर चुके सुसाइड, सिर पर 7000 करोड़ का भूत

कैफे कॉफी डे, जिसे CCD के नाम भी जाना जाता है, इसकी शुरूआत 1996 में वीजी सिद्धार्थ ने रखी थी। एक समय कमाई करने वाली कंपनी साल 2019 तक 6550 करोड़ रुपये के कर्ज में डूब गई थी। और कर्ज के तनाव के कारण सिद्धार्थ ने 2019 में नेत्रावदी नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। उसके बाद उनकी पत्नी और सीईओ मालविका हेगड़े कंपनी को रिवाइव करने की कोशिश कर रही हैं।



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क्या इस बार टूट जाएंगी मालविका, पति कर चुके सुसाइड, सिर पर 7000 करोड़ का भूत

हाल ही में राष्ट्रीय कंपनी विधि अपील अधिकरण (NCLAT) ने कैफे कॉफी डे चेन का ऑपरेशन करने वाली कॉफी डे एंटरप्राइजेज लिमिटेड (सीडीईएल) के खिलाफ दिवाला कार्यवाही पर बुधवार को अगली सुनवाई तक रोक लगा दी है।​

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कैफे कॉफी डे की शुरूआत

कैफे कॉफी डे की शुरूआत 1996 में वीजी सिद्धार्थ ने रखी थी। एक समय कमाई करने वाली कंपनी साल 2019 तक 6550 करोड़ रुपये के कर्ज में डूब गई थी।​

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सिद्धार्थ ने किया सुसाइड

​कर्ज के तनाव के कारण सिद्धार्थ ने 2019 में नेत्रावदी नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। उसके बाद उनकी पत्नी और सीईओ मालविका हेगड़े ने कंपनी की कमान संभाली​

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सुधारी हालत

मालविका के मेहनत का नतीजा था जो कंपनी घाटे में चल रही थी, उसे मुनाफे में लेकर आईं। दो सालों में उन्होंने कंपनी का रेवेन्यू बढ़ाकर कर्ज को और कम कर 465 करोड़ पर पहुंचा दिया है। लेकिन 2024-25 की पहली तिमाही में कंपनी करीब 434 करोड़ रुपये का लोन डिफॉल्ट किया है।

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दिवालिया होने का खतरा

आईडीबीआई टीएसएल ने सीसीडी पर 228.45 करोड़ रुपये के डिफॉल्ट का दावा किया है।​

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फिलहाल राहत

इस बीच NCLAT ने कैफे कॉफी डे चेन का ऑपरेशन करने वाली कॉफी डे एंटरप्राइजेज लिमिटेड के खिलाफ दिवाला कार्यवाही पर रोक लगा दी है। अब देखना है कि मालविका इस नए संकट से कैसे बाहर निकलती हैं।​