किसी ने बेचे ताले, तो किसी ने कपास, ऐसे शुरू हुआ टाटा-बिड़ला-बजाज का सफर

भारत में कई पुराने बिजनेस ग्रुप ऐसे हैं, जिनका साम्राज्य बरकरार है। इन बिजनेस ग्रुप्स ने लगातार तरक्की हासिल की है। इनमें रिलायंस, टाटा, बिड़ला, गोदरेज, बजाज और वाडिया ग्रुप शामिल हैं। मगर क्या आप इन बिजनेस ग्रुप्स के पहले कारोबार के बारे में जानते हैं। आइए हम बताते हैं।

बजाज ग्रुप
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​बजाज ग्रुप ​

बजाज ग्रुप का पहला बिजनेस 1905 में महाराष्ट्र के वर्धा में 'बछराज बजाज' द्वारा शुरू की गई एक कपास ओटने की फैक्ट्री थी। फिर 1927 में Bachhraj & Co. Pvt. Ltd शुरू की गई। आज ग्रुप की मार्केट कैपिटल 10.82 लाख करोड़ रु है।

गोदरेज ग्रुप
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​गोदरेज ग्रुप ​

गोदरेज ग्रुप का पहला बिजनेस ताले बनाने का था। इसे 1897 में वकील से कारोबारी बने अर्देशिर गोदरेज ने अपने भाई के साथ शुरू किया था। आज ग्रुप की वैल्यू 2.44 लाख करोड़ रु है।

वाडिया ग्रुप
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​वाडिया ग्रुप ​

वाडिया ग्रुप भारत का पहला बिजनेस ग्रुप है। इसका पहला बिजनेस समुद्री जहाज बनाने का था, जो 1736 में शुरू हुआ। तब लोवजी नुसरवानजी वाडिया ने बॉम्बे (अब मुंबई) में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए जहाज और डॉक बनाने के लिए एक कंपनी की स्थापना की थी। आज इसके चेयरमैन नुस्ली वाडिया हैं, जिनकी नेटवर्थ करीब 44500 करोड़ रु है।और पढ़ें

आदित्य बिड़ला ग्रुप
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​आदित्य बिड़ला ग्रुप​

आदित्य बिड़ला ग्रुप की शुरुआत 1857 में सेठ शिव नारायण बिड़ला ने की थी। ग्रुप का पहला बिजनेस कॉटन ट्रेडिंग बिजनेस था। अब ग्रुप का रेवेन्यू करीब 5.5 लाख करोड़ रु के करीब पहुंच गया है।

धीरूभाई अंबानी
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​धीरूभाई अंबानी​

धीरूभाई अंबानी ने सबसे पहले 1957 में मुंबई में यार्न (धागे) ट्रेडिंग का बिजनेस शुरू किया। उनका सपना भारत की सबसे बड़ी कंपनी बनाने का था, जो रिलायंस इंडस्ट्रीज के रूप में पूरा हुआ। आज इसकी मार्केट कैपिटल 19.76 लाख करोड़ रु है।

टाटा ग्रुप
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​टाटा ग्रुप ​

1868 में Jamsetji Nusserwanji Tata ने टाटा ग्रुप की शुरुआत की। उन्होंने सबसे पहले एक ट्रेडिंग फर्म से कारोबार शुरू किया था और वो भी सिर्फ 21000 रु से। अब टाटा ग्रुप की मार्केट कैप 33.83 लाख करोड़ रु है।

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