कड़कनाथ मुर्गे से होगी कड़क कमाई, तेजी से बढ़ रही मांग, जानें क्यों है इतना खास

Kadaknath Poultry Farming: लोग आजकल तरह तरह के बिजनेस की शुरुआत कर रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी पारंपरिक तरीकों से हटकर कुछ करना चाहते हैं तो कड़कनाथ मुर्गी पालन आपके लिए एक अच्छा विकल्प है। कड़कनाथ मुर्गी पालन किसानों के लिए फायदेमंद है क्योंकि इसके अंडे और मांस में हाई प्रोटीन और पोषक तत्व होते हैं। वहीं मार्केट में इसकी डिमांड भी दिन ब दिन बढ़ रही है।​

कड़कनाथ मुर्गी पालन
01 / 05

कड़कनाथ मुर्गी पालन

लोग आजकल तरह तरह के बिजनेस की शुरुआत कर रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी पारंपरिक तरीकों से हटकर कुछ करना चाहते हैं तो कड़कनाथ मुर्गी पालन आपके लिए एक अच्छा विकल्प है। कड़कनाथ मुर्गी पालन किसानों के लिए फायदेमंद है क्योंकि इसके अंडे और मांस में हाई प्रोटीन और पोषक तत्व होते हैं। वहीं, मार्केट में इसकी डिमांड भी दिन ब दिन बढ़ रही है।और पढ़ें

काले रंग का मांस और खून
02 / 05

काले रंग का मांस और खून

कड़कनाथ मुर्गे का औसत वजन लगभग 1.80 से 2.0 किलोग्राम होता है। इस मुर्गे का मांस और खून काले रंग का होता है क्योंकि इसकी नस्ल में आयरन की मात्रा सामान्य मुर्गों से कई गुना ज्यादा होती है। साथ ही कम फैट और कोलेस्ट्रॉल की वजह से ये एक सेहतमंद विकल्प माना जाता है।

कड़कनाथ मुर्गी का रेट
03 / 05

कड़कनाथ मुर्गी का रेट

कड़कनाथ मुर्गी का मांस और अंडा काफी स्वादिष्ट होता है, जिससे इसकी बाजार में मांग भी काफी ज्यादा है। रिपोर्ट्स की मानें तो कड़कनाथ मुर्गी के चूजे का रेट 70 से 100 रुपये के बीच है। वहीं, इसके एक अंडे का रेट 20 से 30 रुपये और इसका मांस आमतौर पर 1000 से 1200 रुपये किलो तक बिकता है।

नहीं पड़ते बीमार
04 / 05

नहीं पड़ते बीमार

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कड़कनाथ मुर्गी हर साल लगभग 60 से 80 अंडे देती है। इसके अंडे मध्यम आकार के हल्के भूरे गुलाबी रंग के होते हैं। इस प्रजाति की मुर्गी व मुर्गों की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अधिक होती है। कड़कनाथ मुर्गे की एक खासियत यह भी है कि ये जल्दी बीमार नहीं पड़ते हैं। इस वजह से उनके पालन पोषण में भी कम लागत आती है।और पढ़ें

ऐसे करें मुर्गी पालन
05 / 05

ऐसे करें मुर्गी पालन

कड़कनाथ के 100 चूजों को पालने के लिए करीब 150 वर्ग फीट जगह की जरूरत होती है। मुर्गी घर साफ और हवादार होना चाहिए। इसमें मुर्गियों के रहने, खाने और पानी पीने की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। कई राज्य सरकारें मुर्गी पालन को बढ़ावा देने के लिए किसानों को सब्सिडी और अन्य सुविधाएं भी प्रदान करती हैं।

End of Photo Gallery
Subscribe to our daily Newsletter!

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited