नीता अंबानी नहीं, ये हैं भारत की सबसे बड़ी दानी महिला, परोपकार के लिए किये इतने सौ करोड़ दान
नीता अंबानी नहीं, देश की सबसे बड़ी दानी महिला रोहिणी नीलेकणी
EdelGive Hurun India Philanthropy List 2024: जब परोपकारी वेंचर की बात आती है, तो भारत के सबसे धनी लोग अक्सर सबसे बड़े योगदानकर्ता भी होते हैं, जो कई धर्मार्थ कार्यों के लिए सैकड़ों करोड़ रुपये दान करते हैं। एडेलगिव-हुरुन इंडिया फिलैंथ्रोपी लिस्ट 2024 के मुताबिक रोहिणी नीलेकणी (Rohini Nilekani) ने भारत की सबसे उदार यानी दानी महिला का खिताब हासिल किया है। 154 करोड़ रुपये के व्यक्तिगत दान के साथ वह भारतीय महिला परोपकारियों की सूची में सबसे ऊपर हैं। अपने पति नंदन नीलेकणी (Nandan Nilekani) के साथ मिलकर, इस कपल ने इस साल विभिन्न क्षेत्र से कुल 450 करोड़ से अधिक का योगदान दिया है। जो भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी (Mukesh ambani) की पत्नी नीता अंबानी (Nita Ambani) से अधिक है।
भारत की सबसे अधिक परोपकारी महिला रोहिणी नीलेकणी
Hurun India Philanthropy List 2024: रोहिणी (Rohini Nilekani) और नंदन नीलेकणी (Nandan Nilekani) ने दशकों से दान को अपने जीवन का अहम हिस्सा बना लिया है। 2017 में उन्होंने गिविंग प्लेज पर हस्ताक्षर किए, जो कि अपनी संपत्ति का कम से कम आधा हिस्सा दान में देने की प्रतिबद्ध है, इस तरह वे अन्य वैश्विक परोपकारी लोगों में शामिल हो गए। जिनका उद्देश्य सकारात्मक बदलाव लाना है। हुरुन इंडिया की रिलीज में कहा गया है कि पिछले 30 वर्षों में उन्होंने अपनी सफलता का उपयोग सामाजिक कारणों, खासकर शिक्षा और सामुदायिक विकास में किया है।
रोहिणी नीलेकणी भारत के टॉप परोपकारी लोगों में 10वें स्थान पर
Hurun India Philanthropy List 2024: रोहिणी नीलेकणी (Rohini Nilekani) 65 वर्ष की उम्र में भारत के टॉप परोपकारी लोगों में 10वें स्थान पर हैं। रोहिणी नीलेकणी फिलैंथ्रोपी की चेयरपर्सन हैं और एकस्टेप की को-फाउंडर भी हैं, यह एक गैर-लाभकारी शैक्षिक प्लेटफॉर्म की सह-संस्थापक के रूप में वह समुदायों को सशक्त बनाने और भारत भर में शैक्षिक संसाधनों को मजबूत करने में अपने प्रयासों को केंद्रित करती हैं।
रोहिणी और नंदन नीलेकणी के जीवन का अहम हिस्सा है परोपकार
Hurun India Philanthropy List 2024: एडेलगिव-हुरुन इंडिया फिलैंथ्रोपी लिस्ट 2024 के मुताबिक रोहिणी (Rohini Nilekani) और नंदन नीलेकणी ने परोपकार को अपने जीवन का एक अहम हिस्सा बना लिया है और पिछले तीन दशकों में, विशेष रूप से शिक्षा और सामुदायिक विकास से संबंधित विभिन्न कारणों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
नंदन नीलेकणी के बारे में भी जानिए
Hurun India Philanthropy List 2024: 69 वर्षीय नंदन नीलेकणी (Nandan Nilekani) को न केवल इंफोसिस के को-फाउंडर के रूप में जाना जाता है, बल्कि भारत की आधार पहचान प्रणाली ( Aadhaar identity system) के पीछे के दिमाग के रूप में भी जाना जाता है। इस साल उनका परोपकारी दान उल्लेखनीय 307 करोड़ रुपये है, जो पिछले वर्ष के योगदान से 62% अधिक है। वह लिस्ट में छठे स्थान पर हैं। वे भारत में जीवन को बेहतर बनाने के लिए दृढ़ समर्पण दिखाते हैं।
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