गांधी सेतु बनाने में लगे थे केवल इतने करोड़, लंबाई 5.5 किलोमीटर से ज्यादा
Mahatma Gandhi Setu construction cost: महात्मा गांधी सेतु,इसे गांधी सेतु या गंगा सेतु भी कहते हैं, यह पुल बिहार की राजधानी पटना में गंगा नदी पर बना है। यह दक्षिण बिहार हो उत्तर बिहार से जोड़ता है। इसकी लंबाई 5,750 मीटर है। दक्षिण में पटना को उत्तर में हाजीपुर से जोड़ता है। इस पुल का उद्घाटन 1982 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था। यह सेतु बिहार के विकास की रीढ़ कहा जाता है। आइए जानते हैं उस समय इस पुल को बनाने में कितनी लागत आई थी।
2017 तक देश का सबसे लंबा पुल था गांधी सेतु
पटना का महात्मा गांधी सेतु 1982 से 2017 तक भारत का सबसे लंबा पुल बना रहा। अब यह भारत का चौथा सबसे लंबा नदी पुल है। महात्मा गांधी सेतु, जिसे गंगा सेतु के नाम से भी जाना जाता है, बिहार में गंगा नदी पर बना एक पुल है। इसकी लंबाई 5 किलोमीटर 750 मीटर है।
गांधी सेतु बनान में खर्च हुए थे इतने रुपए
महात्मा गांधी सेतु को तत्कालीन केंद्र सरकार ने 1969 में मंजूरी दी थी और उस समय इसे बनाने में कुल 87.22 करोड़ रुपये खर्च हुए थे।
इस कंपनी ने बनाया था गांधी सेतु
महात्मा गांधी सेतु का निर्माण गैमन इंडिया लिमिटेड ने किया था और इसे बनने में 1972 से 1982 तक 10 साल लगे थे।
गांधी सेतु 45 पिलर
महात्मा गांधी सेतु में 45 पिलर हैं, जिनमें से प्रत्येक 121 मीटर ऊंचा है, जो पुल को सहारा देते हैं।
इतना बिजी है गांधी सेतु
दिलचस्प बात यह है कि महात्मा गांधी सेतु का इस्तेमाल रोजाना करीब 85,000 वाहन और 12,000 पैदल यात्री करते हैं।
लगाया गया त्रिकोणीय स्टील ट्रस
पुल में समस्या आने के बाद महात्मा गांधी सेतु पर त्रिकोणीय स्टील ट्रस लगाने के लिए गांधी सेतु पुनर्वास परियोजना के तहत इसकी मरम्मत की गई।
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