इस इलाके से निकले हैं डालमिया-बिड़ला- बजाज-झुनझुनवाला; लगा है अरबपतियों का 'भंडार'
Why Most business man come from this district: राजस्थान के शेखावाटी इलाके को अरबपतियों की 'खदान' कहा जाता है। यह क्षेत्र न केवल भारत के सबसे बड़े व्यापारिक घरानों की जड़ें है, बल्कि यहां के लोग भी विश्वभर में अपने व्यापारिक कौशल और रणनीति के लिए प्रसिद्ध हैं। यह इलाका तीन प्रमुख जिलों चूरू, सीकर और झुंझुनू में बसा हुआ है, जहां से बिरला, बजाज, डालमिया, मित्तल, झुनझुनवाला जैसे बड़े कारोबारी परिवारों ने जन्म लिया है।
शेखावाटी इलाके की खासियत: जहां की माटी से निकलते हैं देश के सपूत
शेखावाटी का क्षेत्र एक रेगिस्तानी बीहड़ में स्थित है, जहाँ पानी की कमी और खेती की कठिनाइयाँ हैं, फिर भी यहाँ के लोग अपनी मेहनत और व्यापारिक सूझ-बूझ के कारण सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचे हैं। इस इलाके के बच्चों की शिक्षा भी कठिन होती है, लेकिन यही कठिनाई उन्हें मजबूत बनाती है और उन्हें देश के प्रमुख उद्योगपतियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करती है।
व्यापारिक सोच और माटी का योगदान
यहां की मिट्टी में कुछ खास है, जो यहां के बच्चों को कारोबार और इंडस्ट्री के क्षेत्र में उत्कृष्टता की ओर प्रेरित करती है। इस इलाके से निकले बहुत से लोग न केवल व्यापारी बने हैं, बल्कि उन्होंने भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी अपना नाम रोशन किया है। शेखावाटी क्षेत्र के जैन सरावगी और सेठ जमनालाल बजाज जैसे परिवारों ने अपने व्यवसाय से पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ी है।
शेखावाटी क्षेत्र से जुड़े प्रमुख व्यापारिक घराने
शेखावाटी से जुड़ी कुछ प्रमुख व्यापारिक हस्तियों में बिड़ला, बजाज, डालमिया, मित्तल, झुनझुनवाला, रुइया, पोद्दार, खेतान, गोयनका, और पीरामल जैसे बड़े नाम शामिल हैं। ये लोग अपने-अपने क्षेत्रों में शीर्ष स्तर के उद्योगपति हैं और इन्हें देश-दुनिया में एक सम्मानजनक स्थान प्राप्त है।
शेखावाटी का व्यापारिक इतिहास
यहां के लोगों ने न केवल छोटे व्यापारों से शुरुआत की, बल्कि वक्त के साथ वे बड़े कारोबारी घरानों में तब्दील हो गए। यह इलाका एक ऐसा गढ़ बन गया है जहां से अनेक उद्योगपतियों और नेताओं का जन्म हुआ, जिन्होंने न केवल अपने परिवारों को बल्कि देश को भी गौरव प्रदान किया।
शेखावाटी के सफल व्यापारियों की सफलता की कुंजी
यहां के बच्चों में नौकरी करने का विचार कम ही होता है। वे अक्सर व्यापारी बनने, बड़े ब्यूरोक्रेट बनने या चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने की ओर अग्रसर होते हैं। यह इलाका हमेशा से व्यापार और आर्थिक विकास के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है।
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