Onion price Rise: क्यों बढ़ रही हैं प्याज की कीमतें?

Why are onion price rising: देश भर प्याज की कीमतें लोगों को रूला रही हैं। थोक भाव भी 80 से 85 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है। स्वाभाविक है खुदरा प्याज का भाव इससे अधिक होगा। लेकिन केंद्र सरकार प्याज की बढ़ती कीमतों से निपटान की पूरी कोशिश कर रही है। आइए जानते हैं प्याज की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं।

100 रुपये किलो तक पहुंचा खुदरा प्याज का भाव
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100 रुपये किलो तक पहुंचा खुदरा प्याज का भाव

Why are onion price rising: खाद्य एवं नागरिक वितरण मंत्रालय के मूल्य निगरानी प्रकोष्ठ (PMC) द्वारा रिपोर्ट की गई अखिल भारतीय मॉडल (एवरेज) खुदरा कीमत के मुताबिक प्याज की कीमत 60 रुपये प्रति किलोग्राम है। पुणे, दिल्ली, चंडीगढ़ और कुछ अन्य शहरों के बाजारों में प्याज की खुदरा कीमतें 100 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक बताई गई हैं। कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे क्या कारण है और क्या उपभोक्ताओं को जल्द ही राहत मिलने की उम्मीद है? आइए जानने की कोशिश करते हैं।और पढ़ें

क्यों बढ़ रही हैं प्याज की कीमतें
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क्यों बढ़ रही हैं प्याज की कीमतें?

Why are onion price rising: साल के ज्यादातर समय प्याज की कीमतें स्थिर रहने के बाद कीमतों में उछाल आया है। भारत के सबसे बड़े प्याज उत्पादक जिले महाराष्ट्र के नासिक के थोक बाजार के व्यापारियों ने कहा कि मौजूदा स्थिति पूरी तरह से अस्थायी है और किसानों की ओर से आपूर्ति में कमी के कारण ऐसा हुआ है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक नासिक के डिंडोरी थोक बाजार के एक व्यापारी ने कहा कि पिछले साल के रबी सीजन का पुराना स्टॉक, जिसे किसानों ने मार्च 2024 में तैयार की थी, करीब खत्म हो चुका है और नया स्टॉक अभी बाजारों में आना बाकी है। आपूर्ति-मांग का यह बेमेल मूल्य वृद्धि का कारण है। जिले के लासलगांव थोक बाजार, जो देश का सबसे बड़ा प्याज बाजार है। वहां प्याज की दैनिक आवक 200-250 टन के बीच है। पिछले साल यह आंकड़ा करीब 1,000 टन था।और पढ़ें

महाराष्ट्र में प्याज की फसल का नुकसान
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महाराष्ट्र में प्याज की फसल का नुकसान

Why are onion price rising: प्याज की कीमतों में उछाल की वजह भारत के सबसे बड़े प्याज उत्पादक राज्य महाराष्ट्र से प्याज की आपूर्ति में आई महत्वपूर्ण बाधा है। अक्टूबर में राज्य के नासिक जिले में भारी बारिश के बाद यह बाधा आई, जिससे खरीफ सीजन की प्याज की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुईं। नासिक, लासलगांव में भारी बारिश से प्रभावित हुआ, जिससे करीब 21,000 हेक्टेयर प्याज की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुईं। नतीजतन, प्याज की आपूर्ति में भारी गिरावट आई है, जिससे उपलब्धता कम होने और मांग बढ़ने के कारण कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।और पढ़ें

लासलगांव में प्याज की रिकॉर्ड उच्च कीमतें
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लासलगांव में प्याज की रिकॉर्ड उच्च कीमतें

Why are onion price rising: लासलगांव में कृषि उपज मंडी समिति (APMC) में प्याज की कीमत 5400 रुपये प्रति क्विंटल के रिकॉर्ड हाई लेवल पर पहुंच गई, जो पिछले 5 वर्षों में सबसे अधिक है। थोक कीमतों में यह तेज उछाल सीधे तौर पर महाराष्ट्र के प्रमुख प्याज उत्पादक क्षेत्रों से कम आपूर्ति से जुड़ा है।

प्याज की आपूर्ति में कमी जारी
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प्याज की आपूर्ति में कमी जारी

Why are onion price rising: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक APMC के अधिकारियों का कहना है कि प्याज की आपूर्ति सामान्य स्तर पर लौटने में कम से कम एक महीने का समय लगेगा। खरीफ फसल से ताजा प्याज दिसंबर के मध्य तक बाजारों में आने की उम्मीद नहीं है। ताजा उपज के आने में यह देरी कीमतों में वृद्धि को बढ़ा रही है, जिससे केरल समेत पूरे भारत में उपभोक्ताओं को इस स्थिति का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।और पढ़ें

जल्द कम नहीं होगी प्याज की कीमतें
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जल्द कम नहीं होगी प्याज की कीमतें?

Why are onion price rising: अक्टूबर में हुई बारिश से होने वाले नुकसान का प्याज की कीमतों पर लॉन्ग टर्म प्रभाव पड़ने की संभावना है, क्योंकि अगली फसल आने तक कीमतों को लेकर चिंता बनी रहेगी। मौजूदा फसल नुकसान भारत की कृषि आपूर्ति सीरीज की मौसम संबंधी व्यवधानों के प्रति संवेदनशीलता को बताता है, जो बदले में जरूरी वस्तुओं की बढ़ती कीमतों से पहले से ही जूझ रहे उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त दबाव डालता है। जब तक अगली फसल आपूर्ति सीरीज को आसान नहीं बनाती, तब तक देश भर के उपभोक्ताओं को प्याज की ऊंची कीमतों का सामना करना पड़ सकता है।और पढ़ें

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