Bihar Bullet Train: बिहार में गर्दा उड़ाएगी बुलेट ट्रेन, 250 किमी. से भरेगी रफ्तार; किसानों की रुपयों से भर जाएगी झोली​

दिल्ली-हावड़ा बुलेट ट्रेन बिहार को सीधा पहुंचाएगी। भोजपुर जिले के 38 गावों से बुलेट ट्रेन का कॉरिडोर होकर निकलेगा, जिससे वहां के किसानों की जमीन ऊंचे दामों में अधिग्रहित होने से उनकी चांदी होगी। साल 2030 तक इस रूट पर बुलेट ट्रेन दौड़ती नजर आ सकती है, इसके लिए बिहार के बक्सर, पटना, गया, उदवंतनगर और जहानाबाद में स्टेशन बनाए जाएंगे।

01 / 06
Share

बिहार में बुलेट ट्रेन की एंट्री!

देश में हाई स्पीड ट्रेनों, वंदे भारत, शताब्दी और राजधानी के बाद बुलेट ट्रेन चलाने की कवायत जारी है। पहले रूट मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर पर साल 2026 तक भारत की सबसे तेज करीब 250 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार भरने वाली बुलेट ट्रेन दौड़ती नजर आएगी। इस रूट का कार्य तेजी के साथ किया जा रहा है। लेकिन, रेलवे दो अन्य रूटों पर भी बुलेट ट्रेन चलाने की दिशा में कदम बढ़ा चुका है। इन दो रूटों पर दिल्ली-अमृतसर 465 किलोमीटर और दिल्ली से हावड़ा वाया यूपी बिहार होते हुए बंगाल तक 800 किलोमीटर लंबा बुलेट ट्रेन कॉरि़डोर तैयार होगा।

02 / 06
Share

दिल्ली-हावडा बुलेट ट्रेन रूट मैप

आज दिल्ली-हावडा रूट की बात करेंगे, जिससे बिहार को सीधा फायदा होने वाला है। इस प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने के लिए सामाजिक और आर्थिक सर्वेक्षण शुरू कर दिया गया है। सर्वे तय कॉरिडोर के रूट पर पड़ने वाले गांवों में किया जा रहा है, जहां से बुलेट ट्रेन गुजरेगी। हवाई सर्वेक्षण के बाद अब जमीनी स्तर पर काम किया जा रहा है। निर्माण एजेंसी उक्त गावों में जाकर किसानों से बात कर उनसे सहमति ले रही है। भोजपुर जिले के बकरी और जलपुरा गांव से बुलेट ट्रेन गुजरेगी। पहले चरण में बक्सर, पटना और गया में स्टेशन बनाए जाएंगे और दूसरे चरण में उदवंतनगर और जहानाबाद में स्टेशन होंगे।

03 / 06
Share

बिहार बुलेट ट्रेन जमीन अधिग्रहण

एनएचएसआरसीएल ने बिहार में बुलेट ट्रेन का रूट जारी किया है। हालांकि, पहले के रूट में थोड़ा बदलाव किया गया है। टीला कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली सर्वेक्षण का काम कर रही है। सर्वेक्षण करने वाले लोगों ने बताया कि सामाजिक और ढांचागत सर्वेक्षण के बाद मिट्टी की जांज होगी। लिहाजा, साल 2025 के आखिरी तक जमीन अधिग्रहण शुरू होने की उम्मीद है। उसके बाद डीपीआर बनाने का काम पूरा किया जाएगा।

04 / 06
Share

किसानों को मिलेगा मुआवजा

बताया जा रहा है जिन लोगों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी, उन्हें इसकी जानकारी दी जा रही है। साथ ही उनसे सहमति भी ली जा रही है। एनबीटी के मुताबिक, किसानों और ग्रामीणों से कहा गया है कि वे अपनी जमीन के कागजात तैयार रखें, ताकि मुआवजा मिलने किसी प्रकार की समस्या न आए। आश्वासन दिया गया है कि जिनके घर अधिग्रहण में जाएंगे, उनके घर, बोरिंग और पेड़ इत्यादि लगाने के लिए अलग से मुआवजा दिया जाएगा। चिन्हित प्लॉट में घर, बोरिंस और किसी तरह का निर्माण पेड़ आदि का मुआवजा अलग से देने का प्राविधान है।

05 / 06
Share

बिहार बुलेट ट्रेन स्टेशन लिस्ट

बुलेट ट्रेन के लिए वाराणसी-कोलकाता हाई स्पीड रेल नेटवर्क में बक्सर और पटना के बीच उदवंतनगर में पहला स्टेशन बनेगा। इस रूट की कुल लंबाई 800 किलोमीटर है। इसमें एलिवेटेड रूट, अंडरग्राउंड रूट और जमीनी स्तर पर ट्रैक शामिल होंगे। बक्सर से आरा के बीच एलिवेटेड रूट बनाया जाएगा। यह जमीन से 10 से 15 मीटर ऊपर होगा। जापानी टेक्नोलॉजी से निर्मित बुलेट ट्रेन की मैक्सिमम स्पीड 350 किलोमीटर होगी, लेकिन अधिकतम 250 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से फर्राटा भरती नजर आएगी।

06 / 06
Share

बिहार में किन गावों से निकलेगी बुलेट ट्रेन

दिल्ली-हावड़ा बुलेट ट्रेन बिहार के भोजपुर जिले के 38 गांवों से गुजरेगी। यह बुलेट ट्रेन भोजपुर में महुरही, तीयर, उत्तरदाहा, कटाई बोझ, हेतमपुर, चकवां, बनवां, दावां, पानापुर जैसे गावों से होकर सफर तय करेगी। इसके अलावा भटौली, हरदिया, बिमवां, तुलसी, हरिगांव, कौंरा, जैतपुर, गड़हा, पातर, उदवंतनगर, तेतरियां, एकौना, खजुआता, पियनिया, चकिया, डिलिया, दरियापुर, बकरी, जलपुरा, जोकटा, भूरी, मानपुर, कोसीहान, गोपालपुर, लोदीपुर से रफ्तार भरते हुए खनगांव के पास सोन नदी को पार करेगी। इन गावों के किसानों की जमीन अगर अधिग्रहित होती है तो किसानों को बड़ा आर्थिक लाभ होगा। इस रूट पर साल 2030 तक बुलेट ट्रेन चलाने का प्लान है।