भारत के इन 5 शहरों का हजारों साल पुराना है इतिहास, खासियत ऐसी कि आज भी है अनूठा

भारत अपनी संस्कृति और सभ्यता के लिए जाना जाता है। भारतीय सभ्यता सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक है। इसलिए इसे दुनिया की सभी संस्कृतियों की जननी कहा जाता है। यहां की संस्कृति, खान-पान, वेशभूषा, रहन-सहन सब बहुत खास है। भारत की संस्कृति और सभ्यता पुराने समय से ही अपने परंपरागत अस्तित्व के साथ अजर-अमर रही हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि भारत के कई ऐसे शहर भी हैं, जिनका इतिहास एक या दो नहीं, बल्कि कई हजार साल पुराना है ? अगर नहीं, तो चलिए आज हम आपको भारत के प्राचीन शहरों के नाम और उसके इतिहास से रूबरू कराते हैं।

वाराणसी
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वाराणसी

गंगा नदी के तट पर बसा वाराणसी, महादेव नगरी काशी दुनिया का सबसे पवित्र स्थान है। यहां कुल 84 घाट हैं, जिनका अपना विशेष महत्व है। वाराणसी पहले से लेकर आज तक आर्य धर्म की जगह रहा है। यह शिक्षा का भी एक बड़ा केंद्र रहा है।

पटना
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पटना

बिहार का शहर पटना गंगा नदी के दक्षिणी तट पर स्थित है। यह दुनिया के सबसे पुराने लगातार बसे हुए जगहों में से एक है। पटना मौर्यों के शक्तिशाली साम्राज्य का केंद्र बिंदु रहा है। पटना, नालंदा और विक्रमशिला के प्राचीन विश्वविद्यालयों के साथ यह शहर प्राचीन काल में ज्ञान और कला का स्रोत भी था।

उज्जैन
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उज्जैन

भारत की सबसे पुराने शहरों में पहला नाम महाकाल नगरी उज्जैन का आता है। क्षिप्रा नदी के किनारे बसे इस शहर का इतिहास काफी पुराना है। इसके साथ ही उज्जैन कई साम्राज्यों के उत्थान और पतन का गवाह रहा है। यहीं कालिदास के साहित्यिक कार्यों में भी इसका जिक्र मिलता है। महाभारत काल के दौरान अवंती साम्राज्य की राजधानी के रूप में उज्जैन भी कार्य किया था। और पढ़ें

4मदुरै
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4मदुरै

भारत में यूनानी राजदूत मेगस्थनीज द्वारा लिखे गए ग्रंथों में इस मदुरै का उल्लेख तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में मिलता है। इब्न बतूता और मार्को पोलो ने भी अपने यात्रा का जिक्र करते हुए इस शहर की अपार समृद्धि के बारे में बताया है। मदुरै भारत के सबसे पुराने शहरों में से एक है। वहीं यह तमिलनाडु राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर भी है। और पढ़ें

तंजावुर
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तंजावुर

तमिलनाडू का तंजावुर या तंजौर काफी खूबसूरत शहर है। तंजौर शैली की पेंटिंग और काफी मशहूर है। मंदिरों के इस शहर का नाम राक्षस तंजनासुर के नाम पर पड़ा था। चोल युग की कलात्मक भव्यता और स्थापत्य कला यहां के शिवगंगा किले और शानदार बृहदेश्वर मंदिर में देखी जाती हैं।

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