'एडवांस्ड' रफ्तार, स्टीयरिंग में हाथ रखते ही मंजिल आ जाएगी पास; खुलने वाला है 91 KM लंबा Gorakhpur Link Expressway
Gorakhpur Link Expressway: गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की खुलने की तारीख नजदीक आ गई है। 'एडवांस्ड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम' से लैस यह हाईटेक मार्ग कुछ ही मिनटों में मंजिल को छू लेगा। एटीएमएस के संचालन के लिए ट्रैफिक मैनेजमेंट कमांड सेंटर की स्थापना होगी और कई अत्याधुनिक इक्विपमेंट्स से लैस किया जाएगा। आइये जानते इस एक्सप्रेसवे की क्या खासियत है?
एटीएमएस से लैस गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे
उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवेज को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने की प्रक्रिया पर काम चल रहा है। प्रदेश में लॉजिस्टिक्स संबंधी मूवमेंट को भी सुरक्षित निगरानी उपलब्ध कराने की प्रक्रिया में सुधार हुआ है। इस क्रम में विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई थी, जिसे क्रियान्वित करते हुए अब गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे को एडवांस्ड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (Advanced Traffic Management System एटीएमएस) से लैस किया गया है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे बनकर तैयार है। जल्द ही इसका उद्घाटन कर जनता को सौंप दिया जाएगा।
लखनऊ को जोड़ेगा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे
गोरखपुर से लखनऊ को जोड़ने के लिए गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे अहम भूमिका के तौर पर नजर आएगा। 91 किलोमीटर लंबा तक फैला यह 4 लेन एक्सप्रेसवे गोरखपुर और आजमगढ़ को जोड़ेगा। इसके अलावा यह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा, जिससे लखनऊ और गोरखपुर के बीच अधिक सुविधाजनक मार्ग और कम समय में यात्रा पूरी हो सकेगी। वैसे इसका उद्घाटन सितंबर में होना था, लेकिन अब यह तारीख अक्टूबर तक आ पहुंची है। कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही इसे खोला जाएगा।
4 जिलों को सीधा फायदा
इस हाईटक मार्ग से गोरखपुर, अम्बेडकरनगर, संतकबीरनगर, आजमगढ़ सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे। इसका कार्य लगभग पूरा हो चुका है। कयास लगाए जा रहे हैं कि सितंबर महीने में इसे आम जनता को सौंप दिया जाएगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे को आईटीएमएस इनेबल्ड बनाने के लिए जो कार्ययोजना तैयार की गई है, उसके अनुसार इस एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक मैनेजमेंट कमांड सेंटर की स्थापना होगी। इसके जरिए ट्रैफिक मॉनिटरिंग व मैनेजमेंट प्रक्रिया को बल मिलेगा। ट्रैफिक मैनेजमेंट कंट्रोल (Traffic Management Control) यूनिट को रिकॉर्डिंग सर्वर स्टोरेज व बैकअप रिकॉर्डिंग्स सर्वर युक्त किया जाएगा।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर मिलेंगी ये सुविधाएं
टीएमसी यूनिट को फैसिलिटी मॉनिटरिंग सिस्टम कंट्रोलर, ग्राफिक डिस्पले, इंटरनेट व एसएमएस सर्वर तथा फाइबर चैनल होस्ट से युक्त किया जाएगा। इमर्जेंसी टेलिफोन हेल्पलाइन कंसोल, स्टाफ के लिए आधार इनेबल्ड बायोमीट्रिक फिंगरप्रिंट स्कैनर मशीन समेत विभिन्न प्रकार की सुविधाओं से टीएमसी यूनिट को युक्त किया जाएगा।
स्पीड कंट्रोल के लिए करेगा संकेत
मोशन डिटेक्शन सर्विलांस कैमरा व व्हीकल स्पीड डिटेक्शन सिस्टम को गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ इंस्टॉल किया जाएगा। इससे, ओवरस्पीडिंग (Overspeeding) करने वाली गाड़ियों के विषय में अलर्ट जारी हो सकेगा और कंट्रोल रूम द्वारा इसे तुरंत ट्रैक किया जा सकेगा। वहीं, वीडियो इंसिडेंट डिटेक्शन एनफोर्स्ड सिस्टम (वीआईडीएस) तथा इंसिडेंट डिटेक्शन एनफोर्स्ड सिस्टम (आईडीएस) को भी आईटीएमएस प्रक्रिया के अंतर्गत लागू किया जाएगा।
कंट्रोल रूम ऑपरेशन स्टाफ की नियुक्ति
चयनित एजेंसी को इन सभी इक्विप्मेंट्स की प्रोक्योरमेंट, इस्टॉलेशन, ऑपरेशन व मेंटिनेंस से संबंधित कार्यों को पूर्ण करना होगा। इसके अतिरिक्त यूपीडा स्टाफ को इसके संचालन के लिए ट्रेनिंग भी उपलब्ध करायी जाएगी। इस क्रम में, टेक्निकल स्टाफ व कंट्रोल रूम ऑपरेशन स्टाफ की नियुक्ति का कार्य भी एजेंसी द्वारा पूर्ण किया जाएगा।
आर्थिक समृद्धि का केंद्र बनेगा एक्सप्रेसवे
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से आर्थिक विकास के साथ कृषि क्षेत्र, व्यापार, पर्यटन और उद्योग धंधों, होटल रेस्टोरेंट में बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा एक्सप्रेसवे के दोनों ओर औद्योगिक कॉरिडोर बनाए जाएंगे, जिससे स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिलेगा। साथ रियल स्टेट क्षेत्र को बूस्ट मिलेगा।
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