​India Fastest Metro...आ गई भारत की सबसे तेज रफ्तार भरने वाली मेट्रो, चंद मिनट में नाप देंगे शहर का ओर-छोर​

Fastest Metro of India: भारत के कई बड़े शहरों में मेट्रो सेवाएं जारी हैं। सबसे ज्यादा मेट्रो सेवाओं का लाभ उत्तर प्रदेश के लोग ले रहे हैं, लेकिन अब यूपी के पास सबसे तेज रफ्तार से चलने वाली मेरठ मेट्रो भी आने वाली है। तो चलिए जानते हैं इसकी वास्तविक स्पीड क्या है और यह कब से पटरियों पर फर्राटा भरेगी?

मेरठ मेट्रो की स्पीड
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मेरठ मेट्रो की स्पीड

उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर को भी मेट्रो की सौगात मिल चुकी है। इतना ही नहीं ये भारत की सबसे तेज रफ्तार से दौड़ने वाली मेट्रो होगी। इसकी अधिकतम स्पीड 135 किलोमीटर प्रति घंटे है और अधिकतम परिचालन की गति 120 किमी. प्रति घंटे होगी। यह सामान्य मेट्रो से अलग है।

 2025 में संचालित होगी मेरठ मेट्रो
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​2025 में संचालित होगी मेरठ मेट्रो​

मेरठ मेट्रो साल 2025 के जून माह तक संचालित की जा सकती है। मेरठ मेट्रो की स्पीड दिल्ली मेट्रो से काफी अधिक है। यह मेट्रो स्टेमलेस स्टील से निर्मित , चिकने और अत्याधुनिक मॉर्डन हल्के वजन वाले ट्रेनसेट ऊर्जा कुशल हैं और पुनर्योजी ब्रेकिंग प्रणाली से सुसज्जित हैं।

दिल्ली मेट्रो से अलग हैं मेरठ मेट्रो की सीटें
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​दिल्ली मेट्रो से अलग हैं मेरठ मेट्रो की सीटें​

मेरठ मेट्रो का आरामदायक साबित होगी। इसकी डिजाइन बेहद आकर्षक और आधुनिक है। यह हाईस्पीड लोकल मेट्रो पूरी तरह से एसी रहित है। इसकी सीटें दिल्ली मेट्रो से अलग और कम्फर्टेबल है। दिल्ली मेट्रो की सीटें स्टील की हैं, लेकिन मेरठ मेट्रो की सीटों पर कुशन लगा हुआ है। कोच में दोनों तरफ लंबी सीटें हैं, जबकि दिल्ली मेट्रो में सिर्फ लंबी सीटें हैं।और पढ़ें

मेरठ मेट्रो में सामान रखने के लिए रैक
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​मेरठ मेट्रो में सामान रखने के लिए रैक​

खास बात कि दिल्ली मेट्रो के सभी दरवाजे एक साथ खुलते और बंद होते हैं। वहीं, मेरठ मेट्रो में दरवाजे बटन दबाने पर खुलेंगे और बंद होंगे। यह पुश बटन ट्रेन के दरवाजे पर लगा रहेगा। सबसे बड़ी बात की मेरठ मेट्रो में सामान रखने के लिए रैक भी बने हुए हैं। ये सुविधा अन्य मेट्रो में नहीं मिलती। इसमें चार्जिंग प्वाइंट भी ज्यादा बने हुए हैं।और पढ़ें

मेरठ साउथ से मोदीपुरम तक कराएगी सफर
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​मेरठ साउथ से मोदीपुरम तक कराएगी सफर​

मेरठ मेट्रो 13 स्टेशनों के बीच यात्रियों को सफर कराएगी। इसे मेरठ साउथ से मोदीपुरम तक संचालित किया जाएगा। इसके 9 स्टेशन एलिवेटेड यानी ऊपरी होंगे और तीन अंडरग्राउंड यानी जमीन के अंदर होंगे। ट्रेन में तीन कोच होंगे, जिसमें 700 से अधिक यात्री सफर कर सकेंगे।

13 स्टेशनों के बीच भरेगी फर्राटा
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​13 स्टेशनों के बीच भरेगी फर्राटा​

मेरठ मेट्रो कॉरिडोर के 13 स्टेशनों में मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रम्हापुरी, मेरठ सेंट्रल, भैसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, डौरली, मेरठ नॉर्थ, मोदीपुरम और मोदीपुरम डिपो स्टेशन शामिल हैं। इससे बड़ी संख्या में लोग रोजाना सफर कर सकेंगे। इस मेट्रो सेवा के शुरू होने से शहर में जाम का झाम खत्म होगा और वाहनों पर बोझ कम होगा।और पढ़ें

मेरठ मेट्रों में व्हीलचेयर ले जाने की सुविधा
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​मेरठ मेट्रों में व्हीलचेयर ले जाने की सुविधा​

मेरठ मेट्रों में व्हीलचेयर और स्ट्रेचर ले जाने की सुविधा दी जाती है। इसमें अन्य मेट्रो की तरह महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सीटें आरक्षित रहेंगी। इसमें हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे, डायनमिक रूट मैप, ऑटोमैटिक लाइट्स और इमरजेंसी कम्युनिकेशन सिस्टम की सुविधा रहेगी, जिससे यात्रियों को खासा सुविधा होगी।और पढ़ें

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