​वादियों में होगा सदाबहार सफर; मिलने को तैयार कश्मीर से कन्याकुमारी; 4 महीने में सीधे दौड़ेगी रेलगाड़ी​

Kashmir-Kanyakumari Rail Project: कश्मीर को कन्याकुमारी से जोड़ने वाली रेल परियोजना तैयार है। रेल मंत्री ने दावा किया है कि 4 महीने में इस रूट पर रेलगाड़ी चलती नजर आएगी। फिलहाल, सुरक्षा मानकों को परखने के लिए ट्रायल रन चल रहा है। इस रूट पर रेल संचालन से यात्री कश्मीर की वादियों का नजारा ले सकेंगे।

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कश्मीर-कन्याकुमारी से जोड़ने वाली रेल परियोजना तैयार

भारत के दो छोर और जंगल, पहाड़ों समेत वादियों के बीच सफर का सपना जल्द ही पूरा होने वाला है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि कश्मीर को कन्याकुमारी से जोड़ने वाली रेल परियोजना तैयार हो गई है और अगले चार महीने के अंदर इस पर रेलगाड़ी चलेगी। वैष्णव ने लोकसभा में ‘रेल (संशोधन) विधेयक, 2024’ पर सदन में हुई चर्चा का जवाब देते हुए यह बात कही।

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ट्रायल जारी

उन्होंने कहा कि वर्षों से जिस परियोजना के पूरे होने की प्रतीक्षा थी, कश्मीर को कन्याकुमारी से जोड़ने वाली वह परियोजना तैयार हो गई है। परीक्षण और सुरक्षा प्रमाणन की प्रक्रिया चल रही है। रेल मंत्री ने कहा कि आगामी चार महीने के अंदर इस पर रेलगाड़ी चलेगी और यह भारत की बहुत बड़ी उपलब्धि होगी।

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एफिल टावर जैसा है चिनाब रेलवे पुल

वैष्णव ने इस परियोजना का जिक्र करते हुए कहा कि कश्मीर में चिनाब रेलवे पुल 359 मीटर ऊंचा है और यह एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर पूर्व क्षेत्र के राज्यों में रेलवे का अद्भुत और अभूतपूर्व विकास किया है और क्षेत्र के राज्यों में रेलवे परियोजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है।

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माता वैष्णों देवी के दर्शन के लिए होगी सुविधा

कश्मीर से कन्याकुमारी के बीच रोमांचकारी ट्रेन सफर के लिए अब 4 महीने का इंतजार बाकी है। इसके बाद यात्री माता वैष्णों देवी के दर्शन के साथ कश्मीर की वादियों का लुत्फ उठा सकेंगे। ट्रेन के जरिए नदी, पहाड़, झरने के साथ जंगल की वादियों का नजारा लिया जा सकेगा।

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नगालैंड में दूसरा ब्रॉडगेज

उधर, ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक (USBRL) परियोजना के 272 किलोमीटर हिस्से के 77 प्रतिशत का कार्य अगस्त माह में ही पूरा हो चुका था। वैष्णव ने कहा कि नगालैंड में दूसरा ब्रॉडगेज रेलवे स्टेशन सौ साल के अंतराल के बाद मोदी सरकार के कार्यकाल में बना है।