​मध्य प्रदेश से डायरेक्ट विदेश के लिए मिलेंगी फ्लाइट, बनने वाले हैं नए एयरपोर्ट; यात्रियों की होगी चांदी​

Madhya Pradesh Airport: एमपी में हवाई सेवाओं में इजाफा किया जा रहा है। वर्तमान में राज्य के पास कई हवाई अड्डे हैं, लेकिन इनमें इंटरनेशनल की संख्या कम है। एमपी के अन्य एयरपोर्ट में सतना हवाई अड्डा (Satna Airport), खंडवा हवाई अड्डा (Khandwa Airport), पन्ना हवाई अड्डा (Panna Airport) ढाना हवाई पट्टी (Dhana Airstrip) हैं। इसके अलावा आगामी एयरपोर्ट (MP Upcoming Aairport) में दतिया (Datya Airport) प्रस्तावित हैं और रीवा हवाई अड्डा (Rewa Airport) निर्माणाधीन है।तो आइये जानते हैं इनमें से कितने घरेलू और कितने इंटरनेशनल हवाई अड्डे हैं?

मध्य प्रदेश में एयरपोर्ट की संख्या
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मध्य प्रदेश में एयरपोर्ट की संख्या

मध्य प्रदेश में सड़क मार्ग, रेल सेवाओं में बढ़ोतरी के साथ एयरपोर्ट सेवाएं भी लोगों का काम आसान कर रही हैं। एक समय था, जब लोगों को हवाई यात्रा करना एक सपना हुआ करता था, लेकिन अब आम लोग भी हवाई सफर का लाभ उठा रहे हैं। किफायती किराए की दरों से लोगों के हवाई सफर का सपना साकार हो रहा है। अब प्रत्येक राज्य में एयरपोर्ट की संख्या में इजाफा कर हवाई सेवाओं के मुफीद बनाया जा रहा है। आइये जानते हैं राज्य के सभी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू एयरपोर्ट से कहां के लिए फ्लाइटें मिलती हैं। और पढ़ें

मध्य प्रदेश में कितने इंटरनेशनल हवाई अड्डे
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मध्य प्रदेश में कितने इंटरनेशनल हवाई अड्डे

एमपी में एयरपोर्ट की संख्या 8 है, लेकिन इनमें से सिर्फ 5 ही संचालित हैं। उज्जैन में एक नया हवाई अड्डा बनाया जाएगा। इनके जरिए राज्य में यातायात के साथ पर्यटन के क्षेत्र को भी जोड़ना है। साथ व्यापारिक दृष्टि से इनका विकास करना प्राथमिकता में शामिल है। आने वाले दिनों में इनकी संख्या में इजाफा होने से राज्य से विदेश तक का सफर और आसान होगा। फिलहाल, मध्य प्रदेश में 2 इंटरनेशनल हवाई अड्डे संचालित हैं और 3 घरेलू एयरपोर्ट सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।और पढ़ें

अहिल्याबाई होल्कर हवाई अड्डा Ahilyabai Holkar Airport
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अहिल्याबाई होल्कर हवाई अड्डा (Ahilyabai Holkar Airport)

महारानी अहिल्याबाई के नाम से जाने जाना वाला एयरपोर्ट इंदौर शहर में स्थित है। इसका उद्घाटन साल 2012 में हुआ था। यह मध्य प्रदेश का सबसे व्यस्त और देश के सबसे व्यस्त एयरपोर्ट में 20वें नंबर पर है। साल 2018 से यहां से रात्रि लैंडिंग की सुविधा के साथ 24 घंटे सर्विस मिलती है। फिलहाल, हवाई अड्डे का विस्तार भी जारी है। यहां से यात्री प्रीपेट टैक्सी समेत अन्य जरूरी सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं। आने वाले समय में एक और नया टर्मिनल बनाया जाएगा। दिल्ली, मुंबई, बेंगुलुरु, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, अहमदाबाद, ग्वालियर, जयपुर, चंडीगड़, लखनऊ, शिरडी. नासिक, पुणे, नागपुर, राजकोट, रायपुर, उदयपुर, जोधपुर, किशनगढ़, बेलगाम, गोवा, जबलपुर, जम्मू और भोपाल के लिए सेवाएं उपलब्ध हैं। विदेशी फ्लाइट में कुआलालंपुर, बैकॉक और शारजाह जा सकते हैं।और पढ़ें

राजा हवाई अड्डा भोपाल
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राजा हवाई अड्डा भोपाल

राजा हवाई अड्डा भोपाल के गांधी नगर क्षेत्र में स्थित है। यह राज्य का सबसे बड़ा और दूसरा सबसे व्यस्त एयरपोर्ट है। यह भोपाल शहर से लगभग 15 किमी दूर एनएच-46 और एसएच-18 के पास स्थित है। साल 2013 में सौर ऊर्जा पर अपना संपूर्ण ग्रिड चलाने वाला राज्य का पहला हवाई अड्डा बना था। राजा भोज हवाई अड्डा रात्रि लैंडिंग सुविधाएं और सीएटी 7 अग्निशमन सेवाए भी प्रदान करता है। हवाई अड्डा बस स्टैंड से 13 और रेलवे स्टेशन से 19 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां से भोपाल, रायसेन, शाजापुर, देवास, विदिशा, राजगढ़, आगरा, जयपुर, प्रयागराज, रायपुर, उदयपुर, अहमदाबाद, बेंगलुरु, मुंबई, गोवा, दिल्ली, गोवा, हैदराबाद और कोच्चि के लिए फ्लाइट मिलेंगी। साथ विदेशी फ्लाइट लेकर आप बैंकॉक, सिंगापुर, शारजाह और दुबई जा सकते हैं।और पढ़ें

राजमाता विजया राजे सिंधिया हवाई अड्डा
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राजमाता विजया राजे सिंधिया हवाई अड्डा

राजमाता विजया राजे सिंधिया हवाई अड्डा या ग्वालियर एयरपोर्ट के नाम से लोग इसे जानते हैं। यहां 1937 में जेआरडी टाटा (JRD Tata) और नेविल विंसेट (Nevil Vinset) ने ग्वालियर और बाम्बे के मध्य पहली एयरमेल सेवा पर वाको वाईक्यूसी-6 बाईप्लेन का संचालन किया था। 760 एकड़ में फैले हवाई अड्डे को दो कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। पहला आम लोगों के आवागमन के लिए और दूसरा भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) के लिए एक एयरबेस के रूप में कार्य करता है। एप्रन में एक साथ दो एयरबस ए320 और एक छोटा विमान यहां रखा जा सकता है। ग्वालियर एयरपोर्ट पर दूसरा रनवे साल 2009 में बनाया गया था। यह एक समय में 350 यात्रियों को संभालने की क्षमता रखता है। ग्वालियर शहर से एयरपोर्ट 10 किलोमीटर दूर है। अयोध्या, बेंगलुरु, दिल्ली-मुंबई, अहमदाबाद, इंदौर, आगरा, उदयपुर, नागपुर, रायपुर, भुज के लिए फ्लाइट ले सकते हैं।और पढ़ें

डुमना हवाई अड्डा जबलपुर हवाई अड्डा
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डुमना हवाई अड्डा (जबलपुर हवाई अड्डा)

डुमना हवाई अड्डा मध्य प्रदेश का तीसरा सबसे व्यस्त एयरपोर्ट माना जाता है। इसके पास राज्य में दूसरा सबसे बड़ा रनवे है। द्वितीय विश्व युद्ध से और उसके दौरान रॉयल एयरफोर्स फ्लाइंग कॉर्प्स ने इसको समय-समय पर इस्तेमाल किया। वैसे जबलपुर में पहला विमान 1920 में उतरा था, जो जबलपुर के भीतर रेस कोर्स इलाके में उतर गया था। यह अंग्रेजी हुकूमत के दौरान ब्रिटिश काल में 1930 में हवाई अड्डे का निर्माण किया गया। यह पूर्वी मध्य प्रदेश के जिलों को सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करता है। इसका इस्तेमाल खजुराहो, कान्हा राष्ट्रीय उद्यान (Kanha National Park), पेंच राष्ट्रीय उद्यान (Pench National Park) और भेड़ाघाट (Bheda Ghat) आने वाले पर्यटक कर सकते हैं। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बिलासपुर, गोवा, बेलगाम, लखनऊ, भोपाल और हैदराबाद के लिए फ्लाइट ले सकते हैं।और पढ़ें

खजुराहो हवाई अड्डा Khajuraho Airport
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खजुराहो हवाई अड्डा (Khajuraho Airport)

खजुराहो हवाई अड्डा 1978 में खोला गया था। खजुराहो रेलवे स्टेशन से महज 4 किलोमीटर की दूरी पर इसे विकसित गया है। यूनेस्को की विश्व धरोहर खजुराहो मंदिर परिसर के दीदार करने आने वाले पर्यटकों के लिए बहुत उपयोगी है। यहां से कई भारतीय शहरों के लिए फ्लाइटें उपलब्ध हैं। 590 एकड़ क्षेत्र में फैले एयरपोर्ट परिसर में एकल हवाई अड्डे में सिंगल रनवे है, जो एटीआर-72, 3 एयरबस ए 320 और बोइंग 737 प्रकार के विमानों को संभाल सकता है। यहां से थोड़ी दूर पर बस स्टैंड भी है। यहां से यात्री ऑटो रिक्शा, कैब और टैक्सियों के जरिए भी पहुंचा जा सकता है। दिल्ली, मुंबई, वाराणसी, इंदौर, भोपाल, इलाहाबाद, आगरा के लिए फ्लाइट ले सकते हैं।और पढ़ें

सतना हवाई अड्डा Satna Airport
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सतना हवाई अड्डा (Satna Airport)

मध्य प्रदेश के सतना एयरपोर्ट का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। यहां पोस्टेड अधिकारियों को राजा भोज एयपोर्ट कंट्रोल में फ्लाइट की ट्रेनिंग दी जा रही है। एयरपोर्ट अथॉरिटी सतना हवाई अड्डे को डीजीसीए के मानकों के अनुरूप विकसित कर रहा है। इसके जल्द ही खुलने की संभावना है। इसके खुलने से लोगों को भोपाल या जबलपुर हवाई अड्डे नहीं जाना होगा। इससे न सतना बल्कि उसके आसपास के जिले को लोगों को सीधा फायदा होगा। इसका संचालन भारतीय विमानपत्तन के जिम्मे है। एमपी के अन्य एयरपोर्ट में सतना हवाई अड्डा (Satna Airport), खंडवा हवाई अड्डा (Khandwa Airport), पन्ना हवाई अड्डा (Panna Airport) ढाना हवाई पट्टी (Dhana Airstrip) हैं। इसके अलावा आगामी एयरपोर्ट (MP Upcoming Aairport) में दतिया (Datya Airport) प्रस्तावित हैं और रीवा हवाई अड्डा (Rewa Airport) निर्माणाधीन है।और पढ़ें

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