प्रयागराज कुंभ मेले पर रेलवे की बड़ी तैयारी, रोजाना चलेंगी 140 ट्रेनें

प्रयागराज में कुंभ मेला को लेकर सरकार ने बड़े पैमानी पर तैयारी की है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेलवे कुंभ मेला 2025 के लिए रिकॉर्ड ट्रेनें, उन्नत ट्रैक और श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए तैयार है। कुंभ मेला विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम में रेलवे यत्रियों के लिए बड़ी सौगात है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक किया और एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी।

01 / 06
Share

स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था

रेलवे ने प्रयागराज कुंभ मेले के लिए चलने वाली ट्रेनों के शेड्यूल जारी किए हैं। 12 जनवरी से 28 फरवरी 2025 तक श्रद्धालुओं के लिए विशेष ट्रेनें और यात्री सुविधाएं शुरू की जाएंगी।

02 / 06
Share

महत्वपूर्ण तिथियां

बता दें कि कुंभ मेले की महत्वपूर्ण तिथियां निम्नलिखित हैं। पौष पूर्णिमा: 13 जनवरी 2025, मकर संक्रांति: 14 जनवरी 2025, मौनी अमावस्या: 29 जनवरी 2025 (5-6 करोड़ श्रद्धालु), बसंत पंचमी: 3 फरवरी 2025, माघी पूर्णिमा: 12 फरवरी 2025,महाशिवरात्रि: 26 फरवरी 2025

03 / 06
Share

रोजाना 140 ट्रेनें

इस दौरान प्रयागराज क्षेत्र से 140 ट्रेनें प्रतिदिन चलाई जाएंगी। इन ट्रेनों का रूट प्रयागराज - अयोध्या – वाराणसी - प्रयागराज और प्रयागराज - वाराणसी – अयोध्या - प्रयागराज रहेगा।

04 / 06
Share

अधिक ट्रेनों की व्यवस्था

इसके साथ ही Special ट्रेनों के लिए 174 रैक्स प्लान किए गए हैं। इसमें मेमू/डेमू रैक्स भी शामिल हैं। कुंभ मेला में ट्रेन संचालन में वृद्धि भी होगी। 2019 में 695 ट्रेनों की तुलना में 2025 में 992 ट्रेनें चलाई जाएंगी। साथ ही रेगुलर ट्रेनों की संख्या भी बढ़ेंगी। जहां 2019 में 5000 ट्रेनें चली थी, वहीं 2025 में 6580 ट्रेनें चलाई जाएंगी।

05 / 06
Share

अतिरिक्त पैसे खर्च करेगा रेलवे

रेलवे ने बताया कि इस दौरान यात्रियों की सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा। यात्री सुविधा कार्यों के लिए 495 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके साथ ही टिकटिंग कैपिसिटी को कई गुना बढ़ाया जाएगा।

06 / 06
Share

कई तरह की स्पेशल सुविधा

इसके तहत यात्रियों को कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी। इनमें यात्री शेल्टर्स, लाइटिंग, सुरक्षा, सीसीटीवी की व्यवस्था। साथ ही पानी की सप्लाई और शौचालय की सुविधा। एग्क्यूटिव लाउंज और अस्पताल विस्तार। ऑन ड्यूटी कर्मचारियों की रहने की व्यवस्था। रेलवे परिसर में दीवार का निर्माण।