PHOTOS: भारत की वो 7 खतरनाक नदियां, जो हर साल ऐसे लाती हैं 'जल प्रलय'
पूरी दुनिया में करीब 150,000 नदियां बहती हैं। वहीं अगर भारत की बात की जाए तो भारत में छोटी-बड़ी मिलाकर कुल 200 नदियां बहती हैं। इन नदियों का खास महत्व भी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत की कुछ नदियां ऐसी है, जिनके उफान पर आने से प्रलय आ जाता है। इन नदियों में आने वाली भयावह बाढ़ से हर साल कई घर बर्बाद हो जाते हैं। आइए आज इन नदियों के बारे में जानते हैं-


झेलन नदी
जल प्रलय लाने वाली इन नदियों में झेलन नदी भी शामिल है, यह नदी भारत की प्राचीन नदियों में से एक है, जो हिमालय के शेषनाग झरने से निकलती है। जिसके बाद यह कश्मीर का रुख तय करती है। करीब 2130km का सफर तय करने वाली इस नदी का निर्माण कश्मीर की घाटी से हुआ है। तेज बारिश में यह नदी तबाही मचाती है।


सतलुज नदी
तबाही मचाने वाली नदियों में एक नाम सतलुज नदी का भी है, जो पंजाब में बहनी वाली नदियों में से एक है। इस नदी का उद्गम मानसरोवर ताल से होता है। मॉनसून के दौरान इस नदी में आने वाली बाढ़ भयावह तांडव रचती है। सतलुज में बाढ़ से भारत में काफी समस्याएं पैदा हो जाती हैं।
बागमती नदी
भारत की बागमती नदी में भी तबाही का मंजर देखने को मिलता है। यह नदी नेपाल की महत्वपूर्ण नदियों में से एक है, जो लगभग 195 km की यात्रा तय कर के बिहार के सीतामढ़ी जिले में समस्तीपुर-नरकटियागंज रेल लाइन पर स्थित ढेंग रेलवे स्टेशन के 2.5km उत्तर में भारत में प्रवेश करती है। इस नदी में बाढ़ के कारण बिहार के सीतामढ़ी, मुजफ़्फ़रपुर, दरभंगा और मधुबनी में लोगों की जिंदगी पर काफी गहरा असर पड़ता है।
कमला नदी
भारत की तबाही मचाने वाली इन नदियों में एक कमला नदी भी है, जो नेपाल में हिमालय की महाभारत श्रेणियों से निकलती है। इसे घुगरी भी कहते हैं। यह नेपाल की तराई से होती हुई जयनगर बॉर्डर से बिहार में आती है। यह नदी बारिश के समय बहुत बाढ़ लाती है जिससे हजारों लोगों का न केवल पलायन होता है, बल्कि जान माल का नुकसान भी होता है।
ब्रम्हापुत्र नदी
भारत में जलप्रलय लाने वाली नदियों में ब्रम्हापुत्र नदी भी है। इस नदी की लंबाई लगभग 2700km है, जो भारत की सबसे लंबी नदी है। इसमें सबसे ज्याद बाढ़ का खतरा पैदा होता है। यह नदी तिब्बत, भारत तथा बांग्लादेश से होकर बहती है। ब्रह्मपुत्र नदी का उद्गम तिब्बत के दक्षिण में मानसरोवर के निकट चेमायुंग दुंग नामक हिमवाह से हुआ है। इसका नाम तिब्बत में सांपो, अरुणाचल में डिहं तथा असम में ब्रह्मपुत्र है। यह नदी भारत के पूर्वी भाग में बाढ़ का सबसे बड़ा कारण बनती है।
दामोदर नदी
भारत में बहने वाली दामोदर नदी को पश्चिम बंगाल का अभिश्राप कहा जाता है। यह नदी पश्चिम बंगाल तथा झारखंड में बहती है। इसकी कुल लंबाई 368 मील है। इस नदी में अचानक ही बाढ़ आती रही है। इसमें आई बाढ़ से हजारों लाखों अकाल मृत्यु को प्राप्त हुए हैं।
कोसी नदी
भारत में बहने वाली इस नदी को शोक नहीं कहा जाता है। कोसी नदी में लगभग हर साल बाढ़ आती है, जिससे हजारों लाखों की संख्या में जानें जाती हैं। इसमें तेज बारिश और ऊफान से कई घर तबाह हो जाते हैं। यह नेपाल में कोशी कही जाती है और हिमालय से निकलती है और बिहार में भीम नगर के रास्ते से भारत में दाखिल होती है।
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