नोएडा एयरपोर्ट से गाजियाबाद के बीच चलेगी ट्रांजिट रेल, नमो भारत और मेट्रो को पहले ही मिल चुकी मंजूरी
नोएडा एयरपोर्ट से गाजियाबाद के बीच अब लाइट ट्रांजिट रेल चलाए जाने की कवायद शुरू हो गई है। इस लाइट ट्रांजिट रेल को उसी ट्रैक पर चलाई जाएगी, जिस पर रैपिड रेल और मेट्रो चलेगी। यानी कि अब लोगों के पास तीन-तीन विकल्प होंगे। इसे इंटरनेशनल फिल्म सिटी से एयरपोर्ट तक चलाई जाएगी।
ट्रांजिट रेल चलाने का प्रस्ताव
नोएडा इंटरनेशनल फिल्म सिटी से लेकर नोएडा एयरपोर्ट तक लाइट ट्रांजिट रेल (एलआरटी) का संचालन किया जाएगा। ये उसी ट्रैक पर दौड़ेगी, जिस पर नमो भारत और मेट्रो चलेगी। बता दें कि इस ट्रेन के संचालन का फैसला एयरपोर्ट से आने वाले यात्रियों की यात्रा ज्यादा आसान बनाने के लिए किया जा रहा है।
कितनी दूरी तय करेगी ट्रांजिट रेल
आपको बता दें कि लाइट ट्रांजिट रेल का संचालन 14 किमी लंबे मार्ग पर किया जाएगा, जिसकी मंजूरी प्रदेश सरकार द्वारा दे दी गई है। केंद्रीय शहरी आवास मंत्रालय मंजूरी मिलने के बाद दो से तीन महीने के भीतर इस परियोजना का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
पहले चलाई जानी थी पॉड टैक्सी
पहले फिल्म सिटी से एयरपोर्ट के लिए पहले पॉड टैक्सी की शुरुआत की जानी थी, लेकिन प्रस्ताव में बदलाव कर दिया गया है और अब एलआरटी का संचालन किया जाएगा। बता दें कि पॉड टैक्सी की तुलना में एलआरटी की स्पीड अधिक होगी। इससे यात्री कम समय में अपने गंतव्य पर पहुंच सकेंगे। इससे ऊर्जा की खपत भी बचेगी। अधिक क्षमता के साथ कम खर्च को देखते हुए एलआरटी का संचालन किया जा रहा है।
दो चरणों में होगा निर्माण
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) की गुरुवार को हुई बोर्ड बैठक में चेयरमैन अनिल सागर के समक्ष हवाई अड्डा से गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और नोएडा को जोड़ने वाली परियोजनाओं पर प्रस्तुति दी गई। इसमें बताया गया कि दो चरणों में प्रस्तावित, गाजियाबाद से हवाई अड्डा के बीच ट्रैक का निर्माण अब एक साथ किया जाएगा।
कहां से कहां तक चलेगी?
पूर्व योजना के अनुसार, पहले चरण में गाजियाबाद के सिद्धार्थनगर से इकोटेक-6 तक 39.39 किलोमीटर लंबा ट्रक और दूसरे चरण में इकोटेक-6 से हवाई अड्डा तक 32.90 किलोमीटर लंबा ट्रक बनना था। पूरी तरह से ‘एलिवेटेड ट्रैक’ पर ‘नमो भारत’ 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सफर तय करेगी।
एक ही ट्रैक पर तीन ट्रेन
यमुना विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुण वीर सिंह ने बताया कि एक ही ट्रैक पर ‘नमो भारत’, ‘मेट्रो’ और ‘एलआरटी’ संचालन के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की गई है। इसके लिए 14.6 किलोमीटर का अलग ट्रैक बनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ‘लाइट ट्रांजिट रेल’ 21 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी।
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