MBBS करने वालों को मोदी सरकार की बड़ी सौगात, बढेंगी 75000 नई सीटें

भारत में ज्यादातर छात्रों की इच्छा डॉक्टर बनने की होती है, इसके लिए एमबीबीएस करना जरूरी है, और एमबीबीएस करने के लिए अच्छे से अच्छे कॉलेज में एडमिशन लेना जरूरी है। लेकिन कई बार सीटें लिमिटेड होने की वजह से हर साल हजारों छात्रों का सपना अधूरा रह जाता है। ऐसे में केंद्र सरकार का यह कदम उन लोगों के लिए बड़ी सौगात से कम नहीं होगा, जो एडमिशन के दौरान लिमिटेड सीट्स की वजह से प्रवेश प्रक्रिया से वंचित रह जाते थे।

मेडिकल की 75000 नई सीटें
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मेडिकल की 75000 नई सीटें

नीट यूजी की तैयारी करने वाले छात्र ध्यान दें, केंद्र सरकार अगले पांच वर्षों में मेडिकल की 75000 नई सीटें बढ़ाने की तैयारी कर रही है, ऐसा होने के बाद बहुत से काबिल छात्र विदेश की जगह देश में पढ़ाई कर सकेंगे।

जल्द तैयार हो जाएगा खाका
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जल्द तैयार हो जाएगा खाका

केंद्र सरकार 75 हजार नई सीटें बढ़ाने के लिए एक योजना का खाका तैयार कर रहा है। ध्यान दें, 75000 सीट्स बढ़ाने का लक्ष्य केवल अगले पांच साल के लिए है, जबकि आगे दो लाख तक सीटों को बढ़ाया जा सकने की खबर है।

देश में MBBS की कितनी हैं सीटें
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देश में MBBS की कितनी हैं सीटें

देश में इस समय एमबीबीएस की 1,12,117 सीटें हैं, इसके बावजूद MBBS कोर्स की इतनी ज्यादा मांग हैं, कि लोगों को सीटें कम पड़ जाती हैं और बड़े पैमाने पर छात्र पूर्व सोवियत देशों, चीन, बांग्लादेश आदि में मेडिकल की पढ़ाई के लिए चले जाते हैं।

विदेश में कितने बच्चे कर रहे पढ़ाई
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विदेश में कितने बच्चे कर रहे पढ़ाई

एक आकलन के अनुसार, मौजूदा समय में भारत के करीब 30-35000 छात्र विदेशों में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। इस योजना के बाद उन मेडिकल कॉलेजों के पास अच्छा मौका होगा, जिनके पास अच्छा बुनियादी ढांचा है।

देश में कितने हैं मेडिकल कॉलेज
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देश में कितने हैं मेडिकल कॉलेज

देश में इस समय 731 मेडिकल कॉलेज हैं। भारत में हर साल करीब 25 लाख स्टूडेंट्स मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी देते हैं, जिसमें से आधी संख्या के आसपास छात्र पास हो पाते हैं। लेकिन नीट परीक्षा पास करने वाले इन 13 लाख स्टूडेंट्स के लिए देश में एमबीबीएस की सिर्फ करीब 1,12,117 सीटें हैं। ऐसे में केंद्र सरकार की यह पहल वाकई शानदार साबित होने वाली है।और पढ़ें

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