BEd और DElEd में क्या है अंतर, जानें सरकारी स्कूल में टीचर बनने के लिए कौन सा है बेस्ट

सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए हर साल लाखों की संख्या में छात्र प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। टीचर भर्ती की जब भी बात आती है तो BEd और DElEd कोर्स का नाम जरूर सामने आता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि बीएड और डीएलएड होता क्या है? इन दोनों में अंतर क्या है? और सरकारी स्कूलो में टीचर बनने के लिए कौन सा कोर्स बेस्ट है।

टीचिंग करियर
01 / 06

टीचिंग करियर

टीचिंग सेक्टर में करियर बनाने के लिए छात्र बीएड या डीएलएड कोर्स को लेकर काफी कंफ्यूजन में रहते हैं। ऐसे में जो टीचर के तौर पर अपना करियर स्टार्ट करना चाहते है वो BEd और DElEd का सही मतलब और दोनों के बीच का अंतर जान लें।

क्या है BEd
02 / 06

क्या है BEd?

बीएड एक बैचलर डिग्री प्रोग्राम है। यह कोर्स दो साल या एक साल का हो सकता है। इसे छात्र किसी विशेष सब्जेक्ट में भी कर सकते हैं। इस कोर्स को ग्रेजुएशन के बाद किया जाता है। हालांकि, न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत अब BEd की जगह ITEP यानी इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम लाया जा रहा है।

BEd की डिमांड
03 / 06

BEd की डिमांड

बीएड कोर्स में चाइल्ड डेवलपमेंट, पैडेगरी और लैंग्वेज स्टडी जैसे सब्जेक्ट्स पढ़ाए जाते हैं। यदि आप उच्च प्राथमिक या उच्च विद्यालय में TGT टीचर, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (PGT) में शिक्षक बनना चाहते हैं तो आपको यह कोर्स करना होगा।

क्या है DElEd
04 / 06

क्या है DElEd?

DElEd एक डिप्लोमा प्रोग्राम है। इसमें दाखिले के लिए अलग-अलग राज्यों में प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती है। यह दो साल का कोर्स है जिसमें ट्रेनिंग नहीं शामिल होती है। मुख्य रूप से प्राइमरी टीचर यानी PRT के लिए DElEd की योग्यता मांगी जाती है।

DElEd में नौकरी के मौके
05 / 06

DElEd में नौकरी के मौके

हाल ही में आए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद DElEd करने वाले युवाओं को अब नौकरी की गारंटी होगी। सुप्रीम कोर्ट ने DElEd Course को सभी प्राइमरी टीचर के लिए अनिवार्य कर दिया है। साथ ही प्राइमरी के लिए बीएड की अनिवार्यता खत्म कर दी है।

BEd और DElEd में क्या है अंतर
06 / 06

BEd और DElEd में क्या है अंतर?

DElEd और BEd के बीच अंतर यह है कि एक डिप्लोमा कोर्स है और दूसरा ग्रेजुएशन लेवल का कोर्स है। दोनों कोर्स का दायरा भी अलग है। DElEd करने वाले छात्र केवल प्राइमरी कक्षा के छात्रों को ही पढ़ा सकेंगे। ऐसे में इनके लिए वैकेंसी कम आती है। जो शिक्षक हाई स्कूल में छात्रों को पढ़ाना चाहता है, उसे बीएड की डिग्री पूरी करनी होगी।और पढ़ें

End of Photo Gallery

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited