बिना कोचिंग पास की UPSC, अब है लोकप्रिय IPS अधिकारी, जानें कितने घंटे करती थी पढ़ाई
हर साल बहुत से छात्र यूपीएससी की तैयारी के लिए कदम बढ़ाते हैं, परीक्षा देते हैं, लेकिन कामयाबी उसे ही मिलती है, जिसने किसी तपस्या की तरह पढ़ाई की हो, प्लानिंग के साथ हर स्टेप लिया हो, पिछले साल के ढेरों पेपर्स सॉल्व किए हो, अनुभवी लोगों ने जरूरी टिप्स लिए हो, टीचर से तक तक किसी विषय या टॉपिक को समझा हो जब तक समझ न आए, टाइमटेबल बनाया हो, पढ़ाई को प्राथमिकता दी हो बाकी सब चीज को दूसरे नंबर पर रखा हो, और कितना कुछ करना वाला हर परीक्षा में सफल हो सकता है, ऐसे में कोचिंग की भी जरूरत नहीं लगती। कुछ ऐसी ही कहानी है आशना की, जो दिलचस्प होने के साथ प्रेरणादायक भी है, जानें आशना की सफलता की कहानी
बिना कोचिंग आशना चौधरी ने कैसे पास की यूपीएससी
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा, जो उम्मीदवारों को IAS, IPS व दूसरे अधिकारी बनने का अवसर देती है। सपने को पूरा करने का मौका देती है, इसीलिए ये देश की सबसे चुनौतीपूर्ण परीक्षा कहलाती है। ये प्रेरणा से भरी कहानी आशना की है, जो उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के पिलखुआ कस्बे की रहने वाली हैं। इन्होंने बिना कोचिंग यूपीएससी की परीक्षा पास कर दिखाया और आज IPS बनकर देश सेवा कर रही हैं। और पढ़ें
यूपीएससी सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक
हर साल बड़ी संख्या में छात्र यूपीएससी में बैठते हैं, इस परीक्षा में कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती है, लेकिन जिनमें सपनों को पाने की जिद्द होती है, उन्हें प्रतिस्पर्धा पसंद आती है, और IPS आशना चौधरी भी प्रतिस्पर्धा को पसंद करने वालों में से एक रही हैं। उनके पिता डॉ. अजीत चौधरी एक सरकारी विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं और उनकी मां इंदु सिंह एक गृहिणी हैं। आप सपने पूरी करने की राह पर चलेंगे जो कुछ अटकलें जरूर आ सकती हैं, लेकिन एक एक दुविधा का पार करना ही शायद सपना जीना है।और पढ़ें
पढ़ाई को हमेशा से दी प्राथमिकता
आशना चौधरी सेंट जेवियर्स स्कूल, उदयपुर के सेंट मैरी स्कूल और गाजियाबाद के दिल्ली पब्लिक स्कूल सहित भारत भर के कई स्कूलों में पढ़ाई की। आशना ने अपनी पढ़ाई में बेहतरीन प्रदर्शन किया और 12वीं कक्षा में 96.5 प्रतिशत अंक हासिल किए। वे शुरू से ही पढ़ाई को प्राथमिकता देती थीं। यूपीएससी की तैयारी के लिए वे रोज 4 से 8 घंटे तक पढ़ाई करती थीं।और पढ़ें
आशना चौधरी ने कहां से की आगे की पढ़ाई
इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री राम कॉलेज फॉर विमेन से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक किया। इसके बाद, उन्होंने साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल रिलेशंस में मास्टर डिग्री पूरी की।
कब से शुरू की यूपीएससी की तैयारी
स्नातक की पढ़ाई के साथ साथ आशना चौधरी ने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी। इस दौरान परिवार के सदस्यों ने उन्हें प्रोत्साहित किया, उन्हें आगे बढ़ने में मदद की। एक साल की तैयारी के बाद उन्होंने 2020 में यूपीएससी परीक्षा का पहला अटेम्ट दिया, लेकिन वे सफल नहीं हुईं, इसके बाद 2021 में भी उन्हें परीक्षा दी, लेकिन फिर वही नतीजा आया।और पढ़ें
बिना कोचिंग की तैयारी
आशना चौधरी बिना किसी कोचिंग के लगन से पढ़ने में लगी रहीं, उन्होंने 2022 में अपने तीसरे प्रयास में सलफता हासिल कर ली, और ये सफलता बिना किसी कोचिंग के थी। उनकी रैंक 116 थी, जो कि बिना कोचिंग के बहुत बड़ी बात है। इसके बाद उन्होंने अपनी पसंदीदा सेवा- भारतीय पुलिस सेवा (IPS) को सफलतापूर्वक प्राप्त किया।
लोकप्रिय आईपीएस अधिकारी
आशना चौधरी सोशल मीडिया पर बहुत लोकप्रिय हैं, खबर लिखे जाने तक उनके 278k फॉलोअर्स हैं। आशना चौधरी की ये छोटी सी कहानी बड़ी बात सिखाती है, कि पढ़ाई जिस भी पद के लिए करो, उसमें ईमानदारी से बेस्ट दो, ऐसा करने से हर परीक्षा को पास किया जा सकता है।
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