ISRO में साइंटिस्ट, चार बार क्लियर किया UPSC, फिर भी नहीं हुआ सेलेक्शन!
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। देश के लाखों युवा यूपीएससी एग्जाम क्रैक करके IAS या IPS अधिकारी बनने का सपना देखते हैं। लेकिन आज हम आपको ऐसे व्यक्ति के बारे में बताएंगे, जिन्होंने चार बार यूपीएससी क्रैक किया लेकिन फिर भी उनका सेलेक्शन नहीं हुआ।

नहीं हुआ सेलेक्शन
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। देश के लाखों युवा यूपीएससी एग्जाम क्रैक करके IAS या IPS अधिकारी बनने का सपना देखते हैं। लेकिन आज हम आपको ऐसे व्यक्ति के बारे में बताएंगे, जिन्होंने चार बार यूपीएससी क्रैक किया लेकिन फिर भी उनका सेलेक्शन नहीं हुआ।

ISRO में साइंटिस्ट
हम बता कर रहे हैं कार्तिक कंसल की। वर्तमान में वह ISRO में साइंटिस्ट के पद पर कार्यरत हैं। कार्तिक कंसल 14 साल की उम्र से ही व्हीलचेयर पर हैं, उन्हें मस्कुलर डिस्ट्रॉफी नाम की बीमारी है।

लाखों युवाओं के लिए मिसाल
कार्तिक मांसपेशियों में परेशानी होने की वजह से अपने पैरों और हाथों का अच्छी तरह इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। हालांकि, जिस तरह से उन्होंने फर्श से अर्श तक का सफर तय किया है वह लाखों करोड़ों युवाओं के लिए मिसाल है।

आईआईटी रुड़की से की पढ़ाई
एजुकेशन की बात करें तो कार्तिक कंसल ने आईआईटी रुड़की से मकैनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की है। कार्तिक पांच बार यूपीएससी परीक्षा दे चुके हैं, जिसमें से वह चार बार सफल रहे लेकिन दिव्यांग होने की वजह से उनका सेलेक्शन नहीं हो पाया।

यूपीएससी में कितनी थी रैंक
साल 2019 में यूपीएससी में उन्होंने 813 रैंक हासिल की थी। फिर 2021 में 271 रैंक, 2022 में 784 रैंक और 2023 में 829 रैंक हासिल की थी।

भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के आगाज से पहले छिड़ा विवाद

विंडीज के खिलाफ जोस बटलर ने मचाया धमाल

श्रेयस अय्यर को अपना पति मान चुकी ये अभिनेत्री, उम्र में इतना अंतर

मध्य प्रदेश की धरती में पहली बार कब उतरा प्लेन? कौन था पहला एयरपोर्ट; कितने इंटरनेशन हवाई अड्डे

राजा-महाराजाओं जैसा पति पाने के ख्वाब सजाए बैठी हैं ये एक्ट्रेस, सुशील वर की तलाश में काली कर रही हैं जवानी

INDA vs ENG Lions: इंग्लैंड लॉयन्स ने इंडिया-ए को दिया करारा जवाब, दूसरे दिन बनाए 192/3 रन, भारतीय गेंदबाज हुए नाकाम

IND vs ENG: क्या शुभमन गिल को कप्तान बनाकर बीसीसीआई ने किया सही फैसला? पोंटिंग ने दिया जवाब

बिहार सरकार का बड़ा प्लान, यहां भी पानी तैरता मिलेगा सोलर प्लांट, इतनी मेगावाट बिजली का होगा उत्पादन

असम में बाढ़ से जनजीवन प्रभावित, अब तक 23 लोगों ने गंवाई जान; 133 शिविरों में लोगों ने ली शरण

कैसी सनक? बकरीद पर शख्स ने दी अपनी कुर्बानी! 'अल्लाह' का नाम लिया और रेत लिया गला
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited