Lal Bal Pal: आजादी के नायक 'लाल-बाल-पाल' कौन थे, जानें क्या था उनका पूरा नाम

Lal Bal Pal Full Name: 15 अगस्त को देश आजादी का जश्न मनाएगा। 200 से अधिक वर्ष तक अंग्रेजों का गुलाम रहने के बाद भारत 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था। इस अवसर पर हम आपको आजादी के उन नायक 'लाल-बाल-पाल' के बारे में बताएंगे जिन्होंने आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। क्या आप जानते हैं कि 'लाल-बाल-पाल' कौन थे और क्या था उनका पूरा नाम। अगर नहीं तो आज जान लें।

15 अगस्त को आजादी मिली
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15 अगस्त को आजादी मिली

15 अगस्त को देश आजादी का जश्न मनाएगा। 200 से अधिक वर्ष तक अंग्रेजों का गुलाम रहने के बाद भारत 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था।

लहू बहाकर मिली आजादी
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लहू बहाकर मिली आजादी

तमाम क्रांतिकारियों ने मां भारती को आजाद करने के लिए अपना लहू बहाया और प्राणों की आहुति दे दी।

आजादी के नायक
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आजादी के नायक

इस अवसर पर हम आपको आजादी के उन नायक 'लाल-बाल-पाल' के बारे में बताएंगे जिन्होंने आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।

लाला लाजपत राय
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लाला लाजपत राय

लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक और विपिन चंद्र पाल को सम्मिलित रूप से लाल-बाल-पाल के नाम से जाना जाता था। लाला लाजपत राय को पंजाब केसरी भी कहा जाता है। 1928 में इन्होंने साइमन कमीशन के विरुद्ध एक प्रदर्शन में हिस्सा लिया, जिसके दौरान हुए लाठी-चार्ज में ये बुरी तरह से घायल हो गये और उनका निधन हो गया। और पढ़ें

बाल गंगाधर तिलक
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बाल गंगाधर तिलक

लोकमान्य तिलक बाल गंगाधर स्वराज के सबसे पहले और मजबूत अधिवक्ताओं में से एक थे। उनका नारा था "स्वराज्य हा माझा जन्मसिद्ध हक्क आहे आणि तो मी मिळवणारच" (स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं उसे लेकर ही रहूँगा)

विपिनचंद्र पाल
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विपिनचंद्र पाल

बिपिन चंद्र पाल भारतीय स्वतंत्रता सेनानी तथा भारत में क्रान्तिकारी विचारों के जनक थे। उन्होंने भारतीय स्वाधीनता आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने में प्रमुख भूमिका निभाई।

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