बचपन में देखा था वायुसेना में जाने का सपना, अब राफेल विमान उड़ाएंगी शिवांगी सिंह

Meet Flight Lieutenant Shivangi Singh: आज हम आपको जज्बे और जुनून की ऐसी कहानी बताएंगे जिसे सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। काशी यानी बनारस की बेटी ने बचपन में पायलट बनने का सपना देखा और उसे पूरा कर दिखाया। उसकी सफलता पर ना केवल परिवार बल्कि पूरे काशी शहर ने नाज किया। आइये मिलते हैं राफेल की पहली महिला फाइटर पायलट बनीं वाराणसी की शिवांगी सिंह से।

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शिवांगी सिंह

आज हम आपको जज्बे और जुनून की ऐसी कहानी बताएंगे जिसे सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। काशी यानी बनारस की बेटी ने बचपन में एक सपना देखा और उसे पूरा कर दिखाया।

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कौन हैं शिवांगी सिंंह

बनारस में पली बढ़ीं और बीएचयू से एनसीसी करने के बाद शिवांगी सिंह ने भारतीय वायु सेना की राफेल स्क्वाड्रन की पहली महिला फाइटर पायलट बनने का सौभाग्‍य हासिल किया है।

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ऐसे शुरू हुआ सफर

महिला लड़ाकू पायलटों के दूसरे बैच के हिस्से के रूप में शिवांगी सिंह को वर्ष 2017 में भारतीय वायु सेना में कमीशन मिला था। प्रशिक्षण के बाद अंबाला में मौजूद भारतीय वायु सेना की 17 स्क्वाड्रन गोल्डन एरो में शामिल हुई।

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बीएचयू से पढ़ाई

शिवांगी सिंह वाराणसी में स्कूलिंग के बाद उच्‍च शिक्षा के लिए बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) पढ़ने गई थीं। शिवांगी ने 2013 से 2016 तक बीएचयू के एनसीसी का प्रशिक्षण लिया था।

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वायु सेना अकादमी में शामिल

बीएचय में ही वह नेशनल कैडेट कोर में 7 यूपी एयर स्क्वाड्रन का हिस्सा थीं। इसके बाद वर्ष 2016 में प्रशिक्षण के लिए वायु सेना अकादमी उन्‍होंने ज्‍वाइन की थी।

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ऐसा है परिवार

शिवांगी की मां सीमा सिंह गृहिणी हैं और भाई मयंक बनारस में 12 वीं का छात्र है। पिता ने बताया कि उनका ट्रांसपोर्ट का बिजनेस है। जब वह 9वीं कक्षा में थीं तब अपने नाना के साथ एयरबेस घूमने गई। उसके बाद उन्होंने पायलट बनने का सपना देखा

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कारनामा करने वाली पहली महिला

शिवांगी भारतीय वायुसेना के सबसे पुराने जेट विमान मिग -21 बाइसन और सुखोई एमकेआई से लेकर आधुनिकतम राफेल विमान को उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं।