पूनम गुप्ता बनीं RBI की डिप्टी गवर्नर, अमेरिका से की है पढ़ाई, अंतर्राष्ट्रीय अर्थशास्त्र पर पीएचडी के लिए जीत चुकी है एक्जिम बैंक पुरस्कार
पूनम गुप्ता वर्तमान में एनसीएईआर की महानिदेशक हैं। इससे पहले, वे ग्लोबल मैक्रो और मार्केट रिसर्च के लिए प्रमुख अर्थशास्त्री थीं और नीति आयोग में भारत पर नीति अनुसंधान कार्य का नेतृत्व किया था। जानिये पूनम गुप्ता क्यों हैं चर्चा में? और इन्हें किस विभाग में कौन सा नया पद दिया गया है?


कौन है अमेरिेका से पढ़ने वाली पूनम गुप्ता, जिन्हें RBI का नया डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया
जानिये पूनम गुप्ता के बारे में, वर्तमान में वे एनसीएईआर की महानिदेशक हैं, लेकिन इन्हें RBI का नया डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया है। अगर आप प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हैं, या करेंट अफेयर्स में रुचि रखते हैं, तो इनके बारे में जानना पढ़ना बहुत जरूरी है। बता दें इससे पहले, वे ग्लोबल मैक्रो और मार्केट रिसर्च के लिए प्रमुख अर्थशास्त्री थीं और नीति आयोग में भारत पर नीति अनुसंधान कार्य का नेतृत्व किया था। वे भारतीय अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संबंधों पर शोध परिषद और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में प्रोफेसर भी रही हैं।


पूनम गुप्ता आरबीआई
पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से पता चला है कि केंद्र सरकार ने एनसीएईआर की महानिदेशक पूनम गुप्ता को तीन साल की अवधि के लिए भारतीय रिजर्व बैंक का डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया है, रिपोर्ट में कहा गया है कि जनवरी में एमडी पात्रा के पद छोड़ने के बाद यह पद खाली हो गया था।
कितनी साल के लिए हुई नियुक्ति
गुप्ता को कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) द्वारा तीन साल की अवधि के लिए डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया है। वर्तमान में, वे भारत के सबसे बड़े आर्थिक नीति थिंक टैंक नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) की महानिदेशक हैं।
कौन हैं पूनम गुप्ता?
पूनम गुप्ता प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की सदस्य और 16वें वित्त आयोग की सलाहकार परिषद की संयोजक हैं। वाशिंगटन डीसी में आईएमएफ और विश्व बैंक में लगभग दो दशकों तक काम करने के बाद वह 2021 में एनसीएईआर में शामिल हुईं। एनसीएईआर में शामिल होने से पहले, गुप्ता ग्लोबल मैक्रो और मार्केट रिसर्च के लिए प्रमुख अर्थशास्त्री थीं और उन्होंने पॉलिसी में भारत पर नीति अनुसंधान कार्य का नेतृत्व किया। वह भारतीय अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संबंधों पर शोध परिषद और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में प्रोफेसर भी रही हैं।
अमेरिका से किया मास्टर्स
वह आईएसआई, दिल्ली में विजिटिंग फैकल्टी सदस्य थीं। वह एनआईपीएफपी में आरबीआई चेयर प्रोफेसर और आईसीआरआईईआर में प्रोफेसर भी रही हैं। गुप्ता ने अमेरिका के मैरीलैंड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में अपनी मास्टर डिग्री और पीएचडी पूरी की। उनके पास दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री भी है। 1998 में, उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय अर्थशास्त्र पर पीएचडी के लिए एक्जिम बैंक पुरस्कार जीता था।
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