सूरज के तेज सा चमकना है तो गांठ बांध लें संस्कृत के ये 7 श्लोक, मिलेगी सफलता

Sanskrit Motivational Shlok, Quotes: संस्कृत के ऐसे कई श्लोक हैं जो छात्रों को प्रेरणा देते हैं। ऐसे में यदि आप भी करोड़ो की भाड़ में सूरज के तेज सा चमकन चाहते हैं तो संस्कृत के इन श्लोक को अपने जीवन में गांठ (Sanskrit Shlok For Students) बांध लें। यहां देखें संस्कृत के 7 श्लोक, जो आपको सफलता के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करेंगे व लक्ष्य प्राप्ति में सहायक होंगे।

काक चेष्टा बको ध्यानं
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​काक चेष्टा, बको ध्यानं..​

काक चेष्टा, बको ध्यानं, स्वान निद्रा तथैव च। अल्पहारी, गृहत्यागी, विद्यार्थी पंच लक्षणं।।

विद्यां ददाति विनयं
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विद्यां ददाति विनयं

विद्यां ददाति विनयं विनयाद् याति पात्रताम्। पात्रत्वात् धनमाप्नोति धनात् धर्मं ततः सुखम्।।

गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु
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गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु....

गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वरः। गुरुः साक्षात्परब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नमः।।

आलस्यं हि मनुष्याणां
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आलस्यं हि मनुष्याणां

आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः। नास्त्युद्यम समो बन्धुः कृत्वा यं नावसीदति।।

सर्वे भवंतु सुखिनः
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सर्वे भवंतु सुखिनः

सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे संतु निरामयाः। सर्वे भद्राणि पश्यंतु, मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत्॥

मूर्खस्य पञ्च चिह्नानि
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​मूर्खस्य पञ्च चिह्नानि

मूर्खस्य पञ्च चिह्नानि गर्वो दुर्वचनं मुखे। हठी चैव विषादी च परोक्तं नैव मन्यते।।

रूप यौवन सम्पन्नाः
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​रूप यौवन सम्पन्नाः

रूप यौवन सम्पन्नाः विशाल कुल सम्भवाः। विद्याहीनाः न शोभन्ते निर्गन्धाः इव किंशुकाः।।

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