पिता चलाते हैं फोटो कॉपी की दुकान और बेटी बनी पायलट, आसमान में उड़ने की थी चाहत

बचपन में छत पर खड़े होकर आसमान में विमानों को उड़ते देखना और फिर आसमान में उड़ने की चाहत रखने का ख्वाब देखने वाली मध्य प्रदेश के सागर की श्रेया शांडिल्य ने अपने सपने का पूरा करके ही दम लिया। 23 साल की उम्र में वह पायलट बन गई हैं। उनके पिता फोटो कॉफी की दुकान चलाते हैं।

01 / 07
Share

सागर की श्रेया

सागर की रहने वाली श्रेया ने अपने बचपन के सपने को महज 23 साल की उम्र में साकार कर दिखाया। सागर के गोपालगंज निवासी श्रेया शांडिल्य महिला पायलट बनी हैं।

02 / 07
Share

बचपन का सपना

बचपन में श्रेया छत पर खड़े होकर आसमान में विमानों को उड़ते देखा करती थीं और उसकी वक्त ये तय कर लिया था कि एक दिन विमान की पायलट बनेंगी।

03 / 07
Share

बन गईं पायलट

उन्होंने इंडिगो एयरलाइन्स ज्वाइन की है। श्रेया अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट एयरबस-320 यात्री विमान लेकर उड़ेंगी।

04 / 07
Share

इंडिया में बनीं पायलट

उन्होंने इंडिगो एयरलाइन में जूनियर फर्स्ट आफिसर (जेएफओ) के पद पर ज्वाइन किया है। 5 वर्ष की ट्रेनिंग के बाद उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है।

05 / 07
Share

पिता चलाते हैं फोटो कॉपी की दुकान

श्रेया के पिता अवधेश शांडिल्य फोटो कॉपी की दुकान चलाते हैं। पिता ने बेटी के सपने को पूरा करने के लिए अपना सबकुछ न्यौछावर कर दिया।

06 / 07
Share

ऐसे मिला लाइसेंस

कैप्टन श्रेया ने 2019 में मध्यप्रदेश फ्लाइंग क्लब इंदौर से 200 घंटे की ट्रेनिंग पूरी कर कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस (सीपीएल) लिया था।

07 / 07
Share

प्रेरणा हैं श्रेया

श्रेया उन महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं जो ऊंचे ख्वाब तो देखती हैं लेकिन उन्हें पूरा करने से पहले ही पीछे हट जाती हैं ।