सिर से उठा पिता का साया, बिना कोचिंग UPSC Rank 2 लाकर बेटी ने लौटाई मां की मुस्कान

कहते हैं अगर मेहनत सच्ची लगन से की जाए तो सफलता जरूर हासिल होती है। इस कथन की सबसे बड़ी उदाहरण हैं IAS गरिमा लोहिया। यूपीएससी सिविल सर्विस की परीक्षा बिना किसी कोचिंग के गरिमा ने Rank 2 लाकर क्रैक किया है। हालांकि उनकी सफलता के पीछे काफी संघर्ष रहा है। आइए IAS गरिमा लोहिया के करियर पर एक नजर डालते हैं।

UPSC Rank 2 टॉपर
01 / 06

UPSC Rank 2 टॉपर

यूपीएससी सिविल सर्विस की परीक्षा रैंक 2 लाकर टॉप करने वाली गरिमा लोहिया की कहानी लाखों युवाओं को प्रेरित करने वाली है। परिवार को संभालते हुए पढ़ाई करना और पूरे परिवार को गौरवान्वित महसूस कराना गरिमा की कहानी का हिस्सा है।

बक्सर की रहने वाली
02 / 06

बक्सर की रहने वाली

गरिमा लोहिया बिहार के बक्सर जिले की रहने वाली है। गरिमा के पिता मनोज कुमार लोहिया बक्सर जिले में कपड़ा के थोक व्यापारी थे। गरिमा जब स्कूल में थीं तभी अचानक दिल का दौरा पड़ने से उनके पिता का निधन हो गया। बेहद छोटी उम्र में ही उनके सिर से पिता का साया उठ गया।

मां ने उठाई जिम्मेदारी
03 / 06

मां ने उठाई जिम्मेदारी

पिता के निधन के बाद गरिमा की मां सुनीता देवी किसी तरह से खुद को संभालते हुए बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी उठाई। इस दौरान वो 13 लोग के ज्वाइंट फैमिली में रहती थीं। गरिमा दो बहनें और एक भाई हैं।

पढ़ाई में अव्वल
04 / 06

पढ़ाई में अव्वल

शुरू से पढ़ाई में अव्वल गरिमा ने वुड स्टॉक स्कूल से 10वीं तक की पढ़ाई की है। इसके बाद वाराणसी के सनबीम स्कूल भगवानपुर से 11वीं और 12वीं की पढ़ाई की है। स्कूलिंग के बाद वो दिल्ली चली आईं। दिल्ली के किरोड़ी मल कॉलेज से उन्होंने बीकॉम की डिग्री हासिल की।

UPSC की तैयारी
05 / 06

UPSC की तैयारी

कॉलेज में ही गरिमा का मन यूपीएससी सिविल सर्विस की तैयारी में लग गया। हालांकि, सिविल सर्विस की तैयारी के लिए उन्होंने कोई कोचिंग नहीं की। वो बिना कोचिंग के घर पर रहकर ही तैयारी में लग गईं।

मिली सफलता
06 / 06

मिली सफलता

साल 2022 की सिविल सर्विस परीक्षा में गरिमा को सफलता हासिल हुई। उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 2 लाकर UPSC में टॉप किया। उन्हें IAS सर्विस में होम कैडर यानी बिहार कैडर मिला।

End of Photo Gallery
Subscribe to our daily Newsletter!

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited