UPSC के लिए छोड़ी लाखों की जॉब, बिना कोचिंग नम्रता बन गईं IAS

यूपीएससी सिविल सर्विस की परीक्षा क्रैक करने वाले हर छात्र लाखों युवाओं के लिए प्रेरणादायक होते हैं। ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी है आईएएस ऑफिसर नम्रता चौबे की। छोटे से गांव की रहने वाली नम्रता ने यूपीएससी सिविल सर्विस की परीक्षा क्रैक करने के लिए लाखों की नौकरी छोड़ दी थी। आइए उनके करियर पर एक नजर डालते हैं।

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झारखंड की रहने वाली

आईएएस नम्रता चौबे मूलरूप से झारखंड के गढ़वा जिले की रहने वाली हैं। वो एक मध्यम वर्गीय परिवार से आती हैं। उनका पालन पोषण एक संयुक्त परिवार में हुआ है।

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सरकारी स्कूल से पढ़ाई

नम्रता की स्कूलिंग झारखंड के गढ़वा एक सरकारी स्कूल से हुई है। उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई गढ़वा से ही की है। शुरू से पढ़ाई में अव्वल रहने वाली नम्रता का पूरा परिवार चाहता था कि वो UPSC पास करें।

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IIT कानपुर से पढ़ाई

स्कूलिंग के बाद नम्रता ने आईआईटी कानपुर में एडमिशन लिया। यहां से उन्होंने बायोलॉजिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया। इसके बाद उनका चयन कॉलेक के कैंपस प्लेसमेंट में हो गया।

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लाखों का जॉब

नम्रता ने कॉलेज प्लेसमेंट के बाद मुंबई में एक प्राइवेट कंपनी में जॉब शुरू कर दिया। उन्होंने एक साल तक इस कंपनी में जॉब किया। अच्छी सैलरी होने के बावजूद उनका मन सिविल सर्विस की ओर जाने का हुआ।

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UPSC की परीक्षा

नम्रता ने साल 2019 में पहली बार यूपीएससी परीक्षा दी। हालांकि, उन्हें इसमें असफलता हासिल हुई। UPSC में फेल साल 2021 की यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा में नम्रता को सफलता हासिल हुई और उन्हें रैंक 73 प्राप्त हुआ।

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शेयर की बुकलिस्ट

IAS नम्रता ने UPSC के लिए बुकलिस्ट शेयर की। इस लिस्ट में एम लक्ष्मीकांत की इंडियन पॉलिटी, आरएस शर्मा की इतिहास और बिपिन चंद्र की बुक शामिल है। नम्रता कहती हैं कि यूपीएससी सिविस सर्विस की परीक्षा क्रैक करने के लिए कम से कम 10-12 घंटे की पढ़ाई जरूरी है।