दिन में प्राइवेट जॉब रात में पढ़ाई, श्वेता बिना कोचिंग किए PCS के बाद UPSC में टॉपर

एग्जाम एक्सपर्ट के अनुसार यूपीएससी सिविल सर्विस जैसी कठिन परीक्षा की तैयारी के लिए कम से कम 10-12 घंटे की पढ़ाई बहुत जरूरी है। वहीं, बिहार की एक लड़की प्राइवेट नौकरी में 9 घंटे की ड्यूटी करने के बाद एग्जाम की तैयारी करती है और BPSC के साथ-साथ यूपीएससी में भी शानदार रैंक से पास होकर IAS बन जाती है। इस लड़की का नाम IAS श्वेता भारती है। हालांकि, श्वेता का सफर आसान नहीं थी आइए उनकी सफलता के पीछे के संघर्ष पर एक नजर डालते हैं।

IAS श्वेता भारती
01 / 07

IAS श्वेता भारती

श्वेता भारती यूपीएससी सिविल सर्विस साल 2021 बैच की आईएएस ऑफिसर हैं। वो फिलहाल बिहार के भागलपुर में बतौर असिस्टेंट कलेक्टर पोस्टेड हैं। बेहद साधारण परिवार से आने वाली श्वेता की कहानी काफी प्रेरणादायक है।

बिहार के नालंदा की रहने वाली
02 / 07

बिहार के नालंदा की रहने वाली

IAS ऑफिसर श्वेता भारती मूलरूप से बिहार के नालंदा जिले के राजगीर बाजार की रहने वाली हैं। पढ़ाई में अव्वल श्वेता की कक्षा 12वीं तक की स्कूलिंग पटना के इशान इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल से हुई है।

इंजीनियरिंग की डिग्री
03 / 07

इंजीनियरिंग की डिग्री

12वीं के बाद श्वेता ने भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रिकल एंड टेलीकम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया। इंजीनियरिंग के बाद श्वेता भारती को मशहूर कंपनी विप्रो में नौकरी मिल गई।

प्राइवेट नौकरी
04 / 07

प्राइवेट नौकरी

Wipro कंपनी में नौकरी करते हुए श्वेता को सिविल सर्विस में जाने का मन हुआ लेकिन वो परिवार को देखते हुए जॉब नहीं छोड़ सकती थीं। एक इंटरव्यू में श्वेता बताती हैं कि उन्होंने दिन में ड्यूटी और रात में पढ़ाई करना शुरू करक दिया।

दोस्तों और सोशल मीडिया से दूरी
05 / 07

दोस्तों और सोशल मीडिया से दूरी

श्वेता भारती बताती हैं कि सिविल सर्विस और प्राइवेट नौकरी को संभालते हुए उन्होंने दोस्ती यारी और सोशल मीडिया से दूरी बना ली। एक समय तो वो स्मार्ट फोन भी छोड़ चुकी थीं।

BPSC में सफलता
06 / 07

BPSC में सफलता

श्वेता ने जॉब के साथ सिविल सर्विस की तैयारी की और उन्होंने BPSC 65वीं परीक्षा में शानदार रैंक हासिल किया। बीपीएससी के बाद श्वेता को पश्चिम चंपारण जिले में शिक्षा विभाग में कार्यक्रम पदाधिकारी DPO के पद पर तैनाती मिली।

UPSC में मिली सफलता
07 / 07

UPSC में मिली सफलता

कार्यक्रम पदाधिकारी DPO के पद पर ड्यूटी करते हुए उन्होंने साल 2021 की यूपीएससी परीक्षा रैंक 356 के साथ क्रैक कर ली। उनका चयन IAS सर्विस के लिए हुआ। उन्हें होम कैडर यानी बिहार में ही पोस्टिंग मिली।

End of Photo Gallery
Subscribe to our daily Newsletter!

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited