कैमरे के सामने माफी मांगने वाले कौन हैं हरदोई SP नीरज कुमार, पिता की हत्या ने बनाया IPS

उत्तर प्रदेश के हरदोई शहर के एसपी साहब इस समय काफी चर्चा में हैं, उनके IPS बनने की कहानी बेहद दिलचस्च और प्रेरणादायक है। 2 दिसंबर को उन्होंने खुद से एक वीडियो जारी कर एक पीड़ित महिला से माफी मांगी। जानें कौन हैं आईपीएस नीरज कुमार जादौन, किस लिए मांग रहे हैं माफी, पिता की हत्या ने कैसे बना दिया आईपीएस व कहां से की है पढ़ाई लिखाई

01 / 05
Share

कैमरे के सामने माफी मांगने वाले कौन हैं हरदोई SP नीरज कुमार

उत्तर प्रदेश के हरदोई शहर के एसपी हैं नीरज कुमार जादौन (Neeraj Kumar Jadaun)। ये मामला 2 दिसंबर का है, जब हरदोई पुलिस कार्यालय में उनसे मिलने एक्सीडेंट से पीड़ित एक महिला आई, जिसे पुलिस कार्यालय में असुविधा का सामना करना पड़ा, इसके लिए नीरज कुमार जादौन, जो कि आईपीएस रैंक पर हैं, उन्होंने वीडियो जारी कर माफी मांगी। आज जानें इनके बारे में, कहां से हैं नीरज, व क्या है इनकी पढ़ाई लिखाई।

02 / 05
Share

नीरज कुमार जादौन 2015 बैच के आईपीएस अधिकारी

नीरज कुमार जादौन (Neeraj Kumar Jadaun) 2015 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, बतौर एसपी 14 जुलाई 2024 को उन्होंने हरदोई का पदभार संभाला। नीरज कुमार जादौन (Neeraj Kumar Jadaun) का जन्म 1 जनवरी 1983 को कानपुर में हुआ था। उनके पिता नरेंद्र सिंह जादौन किसान थे।

03 / 05
Share

नीरज कुमार जादौन की पढ़ाई लिखाई

नीरज कुमार जादौन की शुरुआती शिक्षा कानपुर में हुई। उन्होंने साल 2005 में बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से बीटेक की डिग्री ली, इसके बाद नोएडा की एक निजी कंपनी में नौकरी की, फिर बेंगलुरु में एक बड़ी विदेशी टेलीकॉम कंपनी में काम करने लगे, यहां उनका सालाना पैकेज करीब 22 लाख रुपये था।

04 / 05
Share

पिता की हत्या के बाद बनाया IPS बनने का लक्ष्य

जमीनी विवाद की वजह से उनके पिता की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी, उस समय नीरज की उम्र 26 साल थी, और करियर में सही से संभल भी नहीं पाए थे। परिवार में 5 भाई-बहनों में सबसे बड़े नीरज पर परिवार की जिम्मेदारी आ गई। पिता के हत्यारों को सजा दिलाना चाहते थे, लेकिल मनचाहा सहयोग न मिलने से उनकी उम्मीदें टूट गईं। यहीं ये उन्होंने बेंगलुरु वाली नौकरी छोड़ी और IPS बनने की ठानी।

05 / 05
Share

जुनून ले गया IPS तक

नीरज कुमार जादौन (Neeraj Kumar Jadaun) का अब सिर्फ एक लक्ष्य था, वो था आईपीएस बनना, उन्होंने दिन रात एक किया और सपने को पूरा किया। उनके अंदर नौकरी पेशे को लेकर जबरदस्त जुनून था, वे अपने तेज तर्रार कार्यशैली के चलते हमेशा जाने जाते हैं। वे पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए भी जाने जाते हैं। पुलिस विभाग की कमियों को लेकर हमेशा सख्त रहते हैं, वे 140 से अधिक पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर चुके हैं। एक महिला को हुई असुविधा के बाद उन्होंने कैमरे में सबके सामने माफी मांगी, इससे पता चलता है कि वे विनम्र भी हैं, और गलतियों को स्वीकार करना भी जानते हैं।