एक्सिडेंट के बाद पहुंचे UPSC एग्जाम सेंटर, शुभम ने IPS बनकर रचा इतिहास

मजबूत इरादे और कड़ी मेहनत का जीता जागता उदाहरण हैं IPS ऑफिसर शुभम अग्रवाल। IPS बनने की जिद ऐसी कि यूपीएससी सिविल सर्विस की परीक्षा कई बार फेल होने के बाद भी हार नहीं माने। सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं को IPS शुभम की कहानी जरूर पढ़नी चाहिए। आइए उनकी सफलता के पीछे के संघर्ष को करीब से जानते हैं।

01 / 06
Share

कौन हैं IPS शुभम अग्रवाल?

शुभम अग्रवाल यूपीएससी सिविल सर्विस साल 2022 बैच के IPS ऑफिसर हैं। उन्होंने सिविल सर्विस जैसी कठिन परीक्षा को अपने पांचवे प्रयास में पास कर इतिहास रच दिया है। हालांकि, उनका सफर इतना आसान नहीं था।

02 / 06
Share

गांव के रहने वाले

शुभम अग्रवाल मूलरूप से मध्यप्रदेश के ग्वालियर के डबरा गांव के रहने वाले हैं। उन्होंन अपनी शुरुआती पढ़ाई गांव से ही पूरी की। इसके बाद वह भोपाल चले गए। वहां से उन्होंने साल 2014 में भोपाल के एक्सीलेंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया।

03 / 06
Share

पिता ने किया प्रेरित

शुभम एक इंटरव्यू में बताते हैं कि उनके पिता ने उन्हें यूपीएससी सिविल सेवा के लिए प्रेरित किया था। ऐसे में उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा में अपना करियर बनाने की ठानी।

04 / 06
Share

मिली असफलताएं

शुभम ने यूपीएससी सिविल सर्विस की तैयारी शुरू कर दी। हालांकि, उन्हें कई प्रयासों में असलताओं का सामना करना पड़ा। शुभम को लगातार चार प्रयास में असफलता हाथ लगी। इसके बावजूद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और प्रयास करते रहे।

05 / 06
Share

एग्जाम से पहले एक्सिडेंट

शुभम अपने यूपीएससी की पांचवे प्रयास की कहानी बताते हुए हमेशा भावुक होते हैं। वो बताते हैं कि जब एग्जाम देने जा रहे थे तो उनका एक्सिडेंट हो गया। इससे लड़ते हुए उन्होंने खून को रूमाल से पोछा और चोट पर पट्टी की तरह बांध लिया। चोट लगने के बाद भी वो एग्जाम देने गए।

06 / 06
Share

पांचवे प्रयास में मिली सफलता

शुभम ने साल 2020 में अपना पांचवा प्रयास किया। इस दौरान बीते सात सालों में वह कई बार आशा-निराशा देखने के बाद एक बार फिर से इंटरव्यू तक पुहंचे। इंटरव्यू में उन्होंने पहले से अच्छा प्रदर्शन किया और 153वीं रैंक हासिल कर आईपीएस अधिकारी बन गए। वो आजमगढ़ जिले में ASP पद पर तैनात हैं।