सिर्फ इस देश के पास है दुनिया का इकलौता तैरता न्यूक्लियर प्लांट
न्यूक्लियर प्लांट तो आपने सुना होगा, जो कि बेहद संवेदनशील ऐरिया होता है, लेकिन तैरता न्यूक्लियर प्लांट कितना घातक हो सकता है? दुनिया में एक ही देश है जिसके पास तैरता न्यूक्लियर प्लांट है। इस देश का नाम है रूस, जहां समंदर में तैरता न्यूक्लियर प्लांट है। इसे Akademik Lomonosov नाम से जाना जाता है।
कहां है अकाडेमिक लोमोनोसोव
यह एक जहाज है, जो कि बाल्टिक सागर में है, इसका नाम 'अकाडेमिक लोमोनोसोव' है। यह जहाज 144 मीटर लंबा है। कंपनी का दावा है सूनामी या कोई अन्य प्राकृतिक आपदा इस जहाज को कुछ बिगाड़ नहीं सकती।
क्या है अकाडेमिक लोमोनोसोव
ये रूसी जहाज दरअसल एक परमाणु रिएक्टर है, यह बहुत आहिस्ता आहिस्ता अपने सफर पर रहता है। इसे बनानी वाली कंपनी का नाम है रोज़ाटॉम, जो कि एक रूसी कंपन है।
क्यों बनाया गया यह अकाडेमिक लोमोनोसोव
'अकाडेमिक लोमोनोसोव' का उद्देश्य पूर्वी और उत्तरी साइबेरिया के दूरदराज के इलाकों में बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना है। बता दें, अकाडेमिक लोमोनोसोव एक रूसी वैज्ञानिक के सम्मान में नाम रखा गया है।
बिजली आपूर्ति की जरूरत क्यों
दरअसल, इन इलाकों में तापमान का शून्य से 50 डिग्री नीचे चला जाता है। इस जहाज में 35 मेगावॉट के दो न्यूक्लियर प्लांट्स हैं। एक खबर के अनुसार, यह जहाज एक लाख की आबादी की ऊर्जा जरूरतों को पूरा कर सकता है।
1955 में भी चल चुका है तैरता परमाणु प्लांट
इंटरनेट पर मिली जानकारी के अनुसार, 1955 में पहली बार इसी तरह की अमरीकी पनडुब्बी ने काम किया था, लेकिन अब वह कार्य करती है या नहीं, इस बारे में जानकारी नहीं है।
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