इन ITI कोर्स की है सबसे ज्यादा डिमांड, स्कोप है जबरदस्त,फटाफट भर जाती हैं सीटें
12वीं पास कर लेने के बाद सबसे बड़ी चुनौती आती है, वो है करियर की राह तय करने की। इंटरमीडियट पूरी करने के बाद छात्र सबसे ज्यादा कंफ्यूज होते हैं कि वे किस लाइन में जाएं, बाजार में ढेर सारे पाठ्यक्रम मौजूद हैं, इनमें से एक है आईटीआई, जिसमें एडमिशन लेने वालो की संख्या बहुत है। ITI विभिन्न क्षेत्रों में गहन, व्यावहारिक ज्ञान और कौशल प्रदान करता है। बता दें, स्कूल के तुरंत बाद छात्रों को उद्योग-उन्मुख क्षमताओं (Industry-oriented capabilities) से लैस करने के लिए डिजाइन किए गए इन कोर्सेज को कई लोग Professional Exposure के तौर पर देखते हैं। लेकिन दिक्कत तब आती है जब हमें फील्ड का चुनाव करना होता है। यानी आईटीआई में कौन सा कोर्स करें?

बारहवीं के बाद ITI के लोकप्रिय कोर्स व स्कोप
बारहवीं के बाद तकनीक से जुड़े प्रशिक्षण के लिए आईटीआई कोर्स अच्छा माध्यम है। ये शॉर्ट टर्म कोर्सेज के माध्यम से छात्रों को उद्योग संबंधी कामकाज सीखने का मौका है। अब जाहिर है इन सारे कोर्सेज में कुछ बहुत लोकप्रिय हैं, पर कैसे जानें

इंस्ट्रूमेंट मैकेनिक कोर्स एक लोकप्रिय आईटीआई कोर्स
इंस्ट्रूमेंट मैकेनिक कोर्स एक इंस्टॉलेशन, रिपेयरिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग काम है। ये दो साल की अवधि के लिए होता है। बतौर मैकेनिक कई सरकारी नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं।

कंप्यूटर हार्डवेयर और नेटवर्किंग
अगर कंप्यूटर हार्डवेयर के रखरखाव से संबंधित काम करना चाहते हैं, तो कंप्यूटर हार्डवेयर और नेटवर्किंग कोर्स आपके लिए बेस्ट है, इसमें आपको कंप्यूटर के विभिन्न पहलुओं से परिचित होने का मौका मिलेगा। बता दें, कंप्यूटर एक ऐसा सेक्टर है, जिसमें प्रयोग में लगातार ग्रोथ हो रही है।

रेडियोलॉजी तकनीशियन कोर्स
रेडियोलॉजिक टेक्नोलॉजी में दो साल के कनेक्शन डिग्री प्रोग्राम के हिस्से के तौर पर रेडियोलॉजी तकनीशियन कोर्स किया जा सकता है। छात्रों को एक्स-रे मशीनों, विकिरण से रोगियों की रक्षा करने और सामान्य बीमारियों के लिए रेडियोग्राफिक इमेजेस की जांच करना सिखाया जाएगा। बता दें, भारत व दुनियाभर में मेडिकल सेक्टर में सबसे ज्यादा नौकरी के अवसर बनते हैं।

मैकेनिक एग्रीकल्चरल मशीनरी कोर्स
ये एक (मैकेनिक एग्रीकल्चरल मशीनरी) वोकेशनल कोर्स है। दो साल के इस कोर्स में छह महीने के चार सेमेस्टर होते हैं। मैकेनिक एग्रीकल्चरल मशीनरी ट्रेड की दो साल की अवधि के दौरान, उम्मीदवार को व्यावसायिक कौशल, व्यावसायिक ज्ञान, इंजीनियरिंग ड्राइंग, कार्यशाला विज्ञान और गणना और नौकरी की भूमिका से संबंधित रोजगार कौशल जैसे विषयों पर प्रशिक्षित किया जाता है।

GHKKPM 7 Maha Twist: नील को केस से भटकाने की कोशिश करेंगे जीतू काका, रिद्धी की खातिर कानून को ताक पर रखेगी सवि

ये है आलिया भट्ट का पसंदीदा ब्लाउज डिजाइन, आज इस फैशन की वजह भी जान लें, बिना गहनों के भी मिलता है खूबसूरत लुक

RBSE 10th Result 2025 Topper: तीन विषयों में 100 में से 100, दो विषयों में 99 अंक लाकर पूजा भादू ने किया कमाल

ये भूरे रंग की दाल खाते हैं सद्गुरु जग्गी वासुदेव, बनाने में है इतनी आसान.. स्वाद भी एक नंबर

मछली है जल की रानी लेकिन कौन है उसका राजा, नाम सुनकर कानों पर नहीं होगा यकीन

अगर आप भी Sick Leave लेकर घूमने चले जाते हैं तो ये खबर पढ़ लें, ऐसी गलतियां करने से बच जाएंगे

सिर्फ बाल ही नहीं चमकाता है नारियल तेल, दिल को भी रखता है दुरुस्त, जानें Coconut Oil के हैरान करने वाले फायदे

पेट दर्द से लेकर माइग्रेन तक में राहत दिलाता है दादी-नानी का नुस्खा, रसोई के मसालों के बीच है छुपा

दोनों तस्वीरों के बीच छिपे हैं तीन अंतर, सिर्फ दो खोजने वाला भी चैंपियन बन जाएगा

बंगाल में PM मोदी ने रखी गैस वितरण परियोजना की आधारशिला, बोले-विकसित देश बनने की राह पर है भारत
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited