भारत का इकलौता गांव जहां 75 घरों से निकले 47 आईएएस, कहा जाता है UPSC की फैक्ट्री

Which State Village Gives Most IAS: प्रत्येक वर्ष लाखों की संख्या में अभ्यर्थी यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में शामिल (Which State Gives Most IAS) होते हैं। हालांकि सेलेक्शन महज कुछ ही एस्पिरेंट्स का होता है। लेकिन यहां हम आपको एक ऐसे गांव के बारे में बताएंगे जहां 75 घरों से अब तक 47 आईएएस आईपीएस (Which State Gives Most IAS And IPS) निकले हैं। अगर आप भी नहीं जानते हैं कि भारत के किस गांव से सबसे ज्यादा आईएएस निकले हैं तो यहां जान लीजिए।

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कौन सा गांव है जहां 75 घरों से 47 आईएएस निकले हैं

यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। यहां हर साल लाखों एस्पिरेंट्स परीक्षा में भाग लेते हैं। हालांकि सेलेक्शन महज कुछ ही उम्मीदवारों का होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कौन सा गांव है जहां 47 घर से कुल 75 आईएएस निकले हैं।

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कहा जाता है यूपीएससी की फैक्ट्री

अगर आप भी नहीं जानते हैं कि भारत के किस गांव से सबसे ज्यादा आईएएस आईपीएस निकले हैं तो यहां जान लीजिए। बता दें इसे यूपीएससी की फैक्ट्री कहा जाता है।

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क्या है इस गांव का नाम

बता दें यहां हम उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के माधोपट्टी गांव की बात कर रहे हैं। यह गांव जिला मुख्यालय से कपीब 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

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अफसरों के गांव के नाम से मशहूर

75 परिवारों वाले इस गांव से अब तक कुल 47 आईएएस आईपीएस निकल चुके हैं। यही कारण है कि इस गांव को अफसरों का गांव भी कहा जाता है। यहां गांव चर्चा में तब आया जब एक ही परिवार के 5 लोग आईएएस ऑफिसर बने थे।

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एक ही परिवार से 4 लोग आईएएस

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वर्ष 1992 में इस गांव के डॉ इंदुप्रकाश आईएएस ऑफिसर बने थे। उन्होंने यूपीएससी में दूसरी रैंक हासिल कर गांव का नाम रोशन किया था। वहीं 1995 में विनय सिंह ने यूपीएससी की परीक्षा में 13वीं रैंक हासिल की थी। इसके कुछ सालों बाद इस परिवार के 4 लोगों ने आईएएस ऑफिसर बनकर रिकॉर्ड बनाया था।