वंदे भारत ट्रेन बनाने वाले इंजीनियर्स कौन होते हैं, जानें कैसे होता है चयन और कितनी मिलती है सैलरी

वंदे भारत ट्रेन का नाम भारत के सबसे हाईस्पीड ट्रेन में शामिल है। रेलवे ट्रेक पर दौड़ने वाली इस ट्रेन को खास तरीके से डिजाइन किया जाता है। इंजन से लेकर कोच तक वर्ल्ड क्लास लेवल पर डिजाइन किया जाता है। ऐसे में ये सवाल निकलकर सामने आते हैं कि Vande Bharat जैसी ट्रेन को डिजाइन कौन करता है? इस ट्रेन को बनाने वाले इंजीनियर्स का सेलेक्शन कैसे होता है?

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वंदे भारत एक्सप्रेस

साल 2019 में फरवरी महीने में देश की सबसे हाईस्पीड ट्रेन के रूप में पहली वंदे भारत चलाई गई थी। नई दिल्ली से वाराणसी के बीच पहली वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत हुई थी। महज 8 घंटे में लगभग 800 किलोमीटर की दूरी तय करके इस ट्रेन ने सभी को हैरान कर दिया।

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वंदे भारत की डिजाइनिंग

वंदे भारत की खास बात यह है कि इसे मेक इन इंडिया प्रोग्राम के तहत तैयार किया गया है। इसे डिजाइन करने का सारा काम भारत में हुआ है। ऐसे में भारत के ही इंजीनियर्स को इसके डिजाइनिंग में लगाया गया है।

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कहां बनकर तैयार होते हैं वंदे भारत ट्रेन?

वंदे भारत एक्सप्रेस को भारत के टॉप रेलवे इंजन कारखानों और रेलवे कोच फैक्ट्री में तैयार किया जाता है। इसे चेन्नई और कपूरथला के रेलवे कोच फैक्ट्री में भी तैयार किया जाता है।

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कैसे होता है इंजीनियर्स का सेलेक्शन?

वंदे भारत कोच बनाने वाले इंजीनियर्स का चयन रेलवे भर्ती बोर्ड और रेल भर्ती सेल द्वारा चयनित इंजीनियर्स के द्वारा होता है। इसमें ज्यादातर मैकेनिकल इंजीनियर्स होते हैं। रेलवे हर साल हजारों की संख्या में ट्रेड अप्रेंटिस की भर्तियां करता है। इन्हें रेलवे इंजन और कोच बनाने में लगाया जाता है।

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किस-किस ब्रांच के इंजीनियर्स करते हैं काम?

रेलवे भर्ती बोर्ड के तहत इंजीनियरिंग के सभी ब्रांच से भर्तियां की जाती हैं। हाईटेक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होने से कंप्यूटर इंजीनियर भी इंजन की डिजाइनिंग के लिए काम करते हैं। इसके अलावा ITI Certificate रखने वाले छात्रों को भी वंदे भारत में फिटर, वेल्डर, इलेक्ट्रीशियन, मैकेनिक और सर्वेयर के तौर पर लगाया जाता है।

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कितनी होती है सैलरी?

RRB द्वारा ट्रेड अप्रेंटिस के पदों पर शुरुआत में स्टाइपेंड मिलता है। जूनियर इंजीनियर मैकेनिकल के पद पर सेलेक्ट होने वालों को 7वें वेतन आयोग के तहत 35,400 रुपये बेसिक सैलरी मिलती है। इसके अलावा इन हैंड सैलरी 42,000 से 52,000 रुपये होती है।