भारतीय छात्रों को MBBS करने के लिए बांग्लादेश क्यों है पसंद,जानें इन पांच कारणों से

Why Indian students prefer Bangladesh for pursuing MBBS: बांग्लादेश के हालात दुनियाभर में किसी से छिपे नहीं हैं। भारत के इस पड़ोसी मुल्क के लोगों ने इस कदर दंगा फसाद किया कि देश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा और अपना आवास और देश छोड़कर भागना पड़ा। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं को निशाना बनाया गया, उनके मंदिर तोड़े गए, और तो और आम लोगों को और हिंदू छात्रों भी देश से जाने के लिए मजबूर किया गया। इनमें कई तो भारत का रुख कर भी चुके हैं। इनमें से ज्यादातर छात्र वहां पर MBBS कर रहे थे, आइए जानें भारतीय छात्रों को MBBS करने के लिए बांग्लादेश क्यों है पसंद

हालांकि वहां पर नई अंतरिम सरकार बन बई है, जिसके मुख्या हैं मोहम्मद यूनुस, जिन्हें शांति का नोबेल भी मिल चुका है।

MBBS करने के लिए बांग्लादेश क्यों जाते हैं भारतीय छात्र
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MBBS करने के लिए बांग्लादेश क्यों जाते हैं भारतीय छात्र

भारत एक विशाल देश है, जहां लगभग सारी सुविधाएं हैं, फिर भी मेडिकल की पढ़ाई करने के ​लिए भारतीय छात्र बांग्लादेश क्यों जाते हैं यह सवाल अहम है।

विदेशी छात्रों को रिजर्वेशन
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विदेशी छात्रों को रिजर्वेशन

इसका एक कारण है कि बांग्लादेश का एजुकेशनल फ्रेमवर्क अच्छा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यहां मेडिकल कॉलेजों में करीब 25 फीसदी सीटें बाहरी यानी विदेशी छात्रों के रिजर्व है, 25 फीसदी यानी एक चौथाई, रिजर्वेशन के हिसाब से यह एक अट्रैक्टिव आकड़ा है।

अच्छा माहौल
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अच्छा माहौल

बाहरी छात्रों को यहां एडजस्ट होने मे ज्यादा दिक्कत नहीं होती है, इसके अलावा अच्छा माहौल भी मिल जाता है। यही नहीं रहने के लिए आसानी से आवास भी मिल जाता है। यही नहीं, यहां के मेडिकल कॉलेज WHO और MCI से मान्यता प्राप्त भी हैं।

कम फीस
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कम फीस

भारत या अन्य विकसित देशों में मेडिकल पढ़ाई की फीस बहुत ज्यादा है, जबकि बांग्लादेश में ऐसा नहीं है, और यह एक बड़ा कारण है छात्र पड़ोसी देश में जाकर एमबीबीएस या मेडिकल पढ़ाई कर रहे हैं।

कम दूरी
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कम दूरी

विदेश का विदेश और भारत के पड़ोस में, इससे अच्छा छात्रों के लिए क्या हो सकता है। बांग्लादेश जानें के लिए फ्लाइट का किराया बहुत ज्यादा नहीं है, इसके अलावा ट्रेन भी भारत से बांग्लादेश जाती है।

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