तनाव-एंग्जायटी जैसी स्थितियों का कारण बनती है इस विटामिन की कमी, लंबे समय में बना सकती है डिप्रेशन का मरीज, तुरंत शुरू करें ये काम
अगर आप भी लगाता चिंता-तनाव जैसी स्थतियों का सामना करते हैं, तो आपको बता दें कि यह शरीर में जरूरी विटामिन की कमी का संकेत भी हो सकता है। ऐसे में आपको तुरंत ये जरूरी काम करना चाहिए।
इस कमी से होती है तनाव-एंग्जायटी
अक्सर हम देखते हैं कि लोग दिनभर थकान, तनाव, निराशा और उदासी जैसी स्थितियों का सामना करते हैं। कभी-कभी इस तरह की समस्याएं होना आम बात लेकिन लंबे समय में यह स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकती है। क्योंकि यह दर्शाता कि आप धीरे-धीरे तनाव, एंग्जायटी और डिप्रेशन जैसे मानसिक रोगों की चपेट में आ रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, शरीर में कुछ विटामिन की कमी भी आपके खराब मानसिक स्वास्थ्य के लिए जिम्मेदार हो सकती है? कुछ ऐसे विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो मेंटल हेल्थ को दुरुस्त रखने में बहुत अहम भूमिका निभाते हैं। यहां जानें इनके बारे में...
कौन सा विटामिन हो सकता है जिम्मेदार
आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि मेंटल हेल्थ खराब होने के पीछे का कारण शरीर में विटामिन डी की कमी हो सकता है। यह विटामिन शरीर में हार्मोन्स को रेगुलेट करने के साथ-साथ मेंटल हेल्थ को दुरुस्त रखने में बहुत अहम भूमिका निभाता है। कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि विटामिन डी की कमी लंबे समय में तनाव, एंग्जायटी और यहां तक कि डिप्रेशन जैसी स्थितियों से जुड़ी हो सकती है।
क्यों जरूरी है विटामिन डी
आपको बता दें कि विटामिन डी शरीर में एक हार्मोन की तरह का काम करता है। सेहतमंत रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी लेना बहुत आवश्यक है। यह विटामिन हमारे शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन को रेगुलेट करने में मदद करता है, जो आपको मड को स्थिर रखता है। यह मूड स्विंग को रोकता है। यह तनाव और चिंता जैसी स्थितियों को भी शांत करता है और आपको रिलैक्स महसूस कराता है।
हड्डियों के लिए आवश्यक
हड्डियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए भी विटामिन डी बहुत जरूरी है। यह शरीर में कैल्शियम के अवशोषण में बहुत अहम भूमिका निभाता है। इसकी कमी से हड्डियां खोखली होने लगती हैं और उनमें फ्रैक्चर का खतरा बढ़ता है। यह जोड़ों में दर्द और तकलीफ का कारण भी बनता है।
कैसे प्राप्त करें पर्याप्त विटामिन डी
अगर आप लगातार तनावग्रस्त रहते हैं, तो ऐसे में सबसे पहले आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसके साथ आपको सुबह या शाम के समय 15-20 मिनट धूप में समय जरूर बिताना चाहिए। इसके अलावा, डाइट में अंडे, दूध, मछली, मशरूम आदि भी जरूर शामिल करने चाहिए। ये विटामिन डी से भरपूर होते हैं। गंभीर स्थिति में डॉक्टर आपको विटामिन डी सप्लीमेंट्स भी दे सकते हैं।
डिस्क्लेमर
प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
रोहित-कोहली नहीं, इन खिलाड़ियों को 2024 में Google पर किया गया सबसे ज्यादा सर्च
1430 दिन बाद इस मैदान पर भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीम होगी आमने-सामने, जान लीजिए रिकॉर्ड
मुश्किल में फंसी ये IPL टीम, सबसे सफल बल्लेबाज को लेकर बुरी खबर
समायरा की ऊंची उड़ान, 18 की उम्र में पायलट बनकर रचा इतिहास
<strong>TRP Week 49 Report: </strong>अपनी ही अकड़ में जमीन की धूल बनी 'अनुपमा', 'उड़ने की आशा' और YRKKH ने काटा गदर
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited