चोट लगने पर खून रोकना होगा बहुत मुश्किल, सेहत के लिए मुसीबत पैदा कर देती है ये हेल्दी ड्रिंक
Side Effects of Turmeric Milk: हल्दी और दूध के फायदों के बारे में तो आपने जरूर सुना होगा। लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि हल्दी वाले दूध के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
हल्दी वाले दूध के साइड इफेक्ट
हल्दी वाले दूध के खासियतों की वजह से इसे गोल्डन मिल्क भी बोलते हैं। आयुर्वेद इसके कई फायदे बताता है। इम्युनिटी बढ़ाने और सूजन और दर्द में कमी लाने वाली खूबियों की वजह से ये ड्रिंक आजकल भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी खूब प्रसिद्धि पा रही है। लेकिन क्या आपको पता है इतने गुणों के बावजूद इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी होते हैं। हल्दी में पाया जाने वाला कर्क्यूमिन एक तरफ जहां सूजन और दर्द कम करता है वहीं इसका जरूरत से अधिक डोज खून को पतला भी कर सकता है। आइए देखते हैं इसके कुछ साइड इफेक्ट्स...
खून का पतला होना
हल्दी में पाया जाने वाला कर्क्यूमिन नाम का पदार्थ ही हल्दी के अधिकतर गुणों के लिए जिम्मेदार होता है। एक तरफ जहां ये हार्ट के लिए अच्छा होता है वहीं ये खून को पतला करता है। हल्दी वाले दूध के ज्यादा सेवन की वजह से किसी तरह के ब्लीडिंग डिसऑर्डर से जूझ रहे इंसान को खासी दिक्कत उठानी पड़ सकती है। इसके अलावा इससे चोट लगने पर खून के ज्यादा बहने की आशंका भी बढ़ जाती है।
पेट की समस्याएं
कई लोगों का शरीर हल्दी के प्रकृति को झेल पाने में सक्षम नहीं होता है और यदि इंसान को लैक्टोज से समस्या है तो हल्दी वाला दूध उसे पेट में दिक्कत पैदा कर सकता है। गैस, पेट के फूलने के अलावा व्यक्ति का पेट भी खराब हो सकता है।
सीने में जलन
हल्दी वाला दूध पीने के बाद सीने में जलन या एसिड रिफ्लक्स की समस्या भी देखी जा सकती है। जिन लोगों को पेट में कोई एसिड से जुड़ी कोई समस्या होती है, उनलोगों के लिए ये ड्रिंक ठीक नहीं मानी जाती है। हल्दी की वजह से पेट में ज्यादा एसिड रिलीज हो सकता है जिससे एसिड रिफ्लक्स के पुराने रोगियों के लिए ये हानिकारक होता है।
आयरन की कमी
हल्दी में कुछ ऐसे कंपाउंड्स होते हैं जो शरीर को भोजन से आयरन सोखने से रोकते हैं। जिस इंसान में आयरन की कमी है वो अगर हल्दी वाले दूध का बेतरतीब इस्तेमाल करेगा तो उसे एनीमिया होने की आशंका बढ़ जाएगी। इसलिए ये सलाह दी जाती है कि हल्दी वाले दूध के फायदे होने के बावजूद इसका सेवन एक निश्चित सीमा में करें।
किडनी स्टोन की समस्या
हल्दी में ऑक्सलेट भी होता हैं, ये वही पदार्थ है जिसकी वजह से किडनी में पथरी बनती है। ये कैल्शियम के साथ जुड़कर पत्थर बन जाता है। जिन्न लोगों को किडनी में पथरी की समस्या है या पहले कभी उनके किडनी में पथरी रही है, उनलोगों को हल्दी वाले दूध का सावधानी से सेवन करना चाहिए।
प्रेगनेंसी में दिक्कत
अगर गर्भवती महिलाएं हल्दी वाले दूध का सेवन करना चाहती हैं तो उन्हें एक बार अपने डॉक्टर से इस बारे में बात जरूर कर लेनी चाहिए। खाने में इस्तेमाल होने पर थोड़ी मात्रा में होने की वजह से ये सुरक्षित होता है लेकिन दूध में इसे मिलाकर पीने से हल्दी के ओवरडोज का खतरा होता है। हल्दी के ओवरडोज की वजह से मिसकैरेज और समय से पहले लेबर की आशंका बढ़ जाती है।
डिस्क्लेमर
इस लेख को इंटरनेट पर मौजूद जानकारियों के आधार पर लिखा गया है। इसमें दिए गये सलाह और टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं, इन्हें चिकित्सीय सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता है। लेख में दिए गए किसी भी सलाह पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय जरूर लें।
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