इस उम्र में करा लिया मुंडन तो पूरे लाइफ के लिए पैरालाइज हो सकता है बच्चा, डॉक्टर ने बताया बच्चों के सिर पर पहली बार कब चलानी है कैंची
देश के कई समुदायों में छोटे बच्चों के मुंडन की प्रथा चलती है, जिसमें बच्चों के सिर से पहली बार बाल हटाए जाते हैं। अगर आप भी अपने घर के किसी छोटे बच्चे का मुंडन करवाने की सोच रहे हैं तो ये जानकारी आपके लिए ही है। बच्चों के डॉक्टर पवन मांडविया ने बच्चों के मुंडन करवाने की सही उम्र के बारे में बताया।

मुंडन क्या होता है
बच्चों के अन्नप्राशन के बाद जिस संस्कार का नंबर आता है, वो है चूड़ाकर्म या मुंडन। इसमें बच्चे के बाल पहली बार हटाए जाते हैं। अलग-अलग समुदायों में इसको लेकर कई नियम हैं। कई जगहों पर सात या 21 दिन के शिशु का मुंडन होता है, कई जगहों पर बच्चे के एक साल के होने पर मुंडन होता है और कई जगह बच्चे के तीन या पांच साल के होने पर मुंडन होता है।

बच्चों में मुंडन के खतरे
पीडियाट्रिशियन डॉक्टर पवन मांडविया ने हाल ही में दिए अपने एक इंटरव्यू में मुंडन और बच्चों की उम्र के संबंध में चर्चा की। उन्होंने बताया कि नवजात बच्चों की स्कल पूरी तरह से विकसित नहीं हुई होती है, और इस दौरान अगर मुंडन कराया जाए और बच्चे के सिर में कोई चोट लग जाए तो ये इनफेक्शन ब्रेन तक पहुंच सकता है। इससे बच्चे को मैनिंजाइटिस हो सकता है और बच्चा पूरे जीवन भर के लिए पैरालाइज भी हो सकता है।

क्या होता है फॉन्टेनेल
बच्चों की खोपड़ी के ठीक बीच के हिस्से में गैप होता है, जिसे फॉन्टेनेल कहा जाता है। इसे सॉफ्ट स्पॉट के नाम से भी जाना जाता है। आमतौर पर नवजात बच्चों में कई फॉन्टेनेल होते हैं, जिनमें से दो मेन हैं। पोस्टीरियर फॉन्टेनेल और एन्टीरियर फॉन्टेनेल। समय के साथ धीरे धीरे ये बंद हो जाते हैं।

मुंडन से पहले चेक कर लें ये चीज
डॉक्टर ने ये भी बताया कि बच्चे का मुंडन कराने से पहले, बच्चे के सिर के ऊपर हाथ रख कर देखें। अगर आपको सिर पर गड्ढा (फॉन्टेनेल) महसूस हो रहा हो और पल्पिटेशन महसूस हो रही हो तो इसका मतलब है कि बच्चे की उम्र अभी मुंडन के लायक नहीं हुई है। अगर गड्ढा भर चुका हो तो आप बच्चे का मुंडन करवा सकते हैं।

क्या है मुंडन की सही उम्र
डॉक्टर पवन मांडविया ने बताया कि बच्चों के सिर का गैप, जिसे फॉन्टेनेल कहते हैं, ये डेढ़ साल की उम्र तक रहता है। इससे पहले मुंडन करवाने से इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। जिससे मैनिंजाइटिस भी हो सकता है। इसलिए मुंडन एक-डेढ़ साल के बाद ही करवाना चाहिए।

नवजात बच्चों का न कराएं मुंडन
वहीं नवजात बच्चों में इम्यूनिटी भी कम होती है, इसलिए हल्का कटने पर भी इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है। एक साल से ऊपर के उम्र के बच्चों का इम्यून सिस्टम मजबूत भी हो जाता है और क्रेनियम यानी कपाल की हड्डी पूरी तरह विकसित हो चुकी होती है।

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