सफेद vs काले तिल, सेहत के लिए कौन से बीज हैं सबसे ज्यादा पावरफुल, जानिए हार्ट के लिए क्या है बेस्ट
सफेद तिल हों या काले दोनों ही अपने-अपने फायदों में नंबर वन हैं। लेकिन अक्सर लोगों के मन में यह सवाल आता है कि आखिर सेहत के लिए लिहाज से कौन से तिल बेहतर हैं, वहीं अगर दिल की सेहत की बात हो तो इसके लिए कौन सा बेहतर है? इस लेख में दूर करें सारी कंफ्यूजन।

सफेद vs काला तिल
सर्दियां आते ही तिल की मिठाइयों और लड्डुओं की धूम मच जाती है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि काला तिल और सफेद तिल में से सेहत के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद कौन सा है? खासकर अगर बात दिल की सेहत की हो, तो कौन सा तिल आपके हार्ट को ज्यादा फायदा देगा? आइए जानते हैं कि ये दोनों तिल हमारी सेहत के लिए कैसे काम करते हैं और कौन किस मामले में आगे है।

काले तिल में हैं जबरदस्त पोषक तत्व
काला तिल पोषण के मामले में वाकई पावरहाउस है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और ढेर सारे एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं। खास बात ये है कि काले तिल का छिलका नहीं उतारा जाता, जिससे इसमें मौजूद माइक्रोन्यूट्रिएंट्स भी शरीर को मिलते हैं। अगर आप किसी ऐसे बीज की तलाश में हैं जो शरीर को अंदर से ताकत दे, तो काला तिल ज़रूर ट्राय करें।

दिल की सेहत में काला तिल है हीरो
आजकल हार्ट प्रॉब्लम आम हो गई है, लेकिन काले तिल इसमें आपकी मदद कर सकता है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं और हार्ट की धड़कनों को रेगुलर रखते हैं। रिसर्च में ये बात सामने आई है कि काले तिल का नियमित सेवन हृदय रोगों के रिस्क को काफी हद तक कम करता है।

सफेद तिल हड्डियों का बेस्ट फ्रेंड
जहां काला तिल हार्ट की हेल्थ में आगे है, वहीं सफेद तिल हड्डियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं। इसमें भारी मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है, जी हां, दूध से भी ज्यादा। अगर आप कमजोर हड्डियों या जोड़ों के दर्द से परेशान हैं, तो सफेद तिल को अपने डेली डाइट में शामिल जरूर करें।

पाचन के लिए भी फायदेमंद
सफेद तिल में भरपूर फाइबर होता है, जो पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है। इससे कब्ज जैसी समस्याएं दूर होती हैं और पेट हल्का महसूस होता है। अगर आप हेल्दी डाइजेशन चाहते हैं, तो सफेद तिल को सलाद या चटनी में डालकर खा सकते हैं।

इम्यूनिटी बढ़ाने में काला तिल आगे
आजकल जब हर कोई इम्यूनिटी बढ़ाने की बात करता है, तो काले तिल को भूलना नहीं चाहिए। इसमें कॉपर और विटामिन ई होता है, जो शरीर की रोगों से लड़ने की ताकत को मजबूत करता है। सर्दियों में इसे खाने से सर्दी-जुकाम और वायरल इंफेक्शन से बचा जा सकता है।

डिस्क्लेमर:
प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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