ध्यान, पूजा और आत्म मंथन: रोज सुबह ये 3 तीन काम जरूर करते हैं पूर्व CJI चंद्रचूड़, हर हाल में इतने बजे छोड़ देते हैं बिस्तर
Ex CJI DY Chandrajud: डी वाई चंद्रचूड़ सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद से हाल ही में रिटायर हुए। उनके बाद न्यायमूर्ति संजीव खन्ना (New CJI Sanjeev Khanna) ने देश के 51वें मुख्य न्यायाधीश की शपथ ली। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (Chief Justice Of India) के पद पर रहते हुए डी वाई चंद्रचूड़ अपने तेज तर्रार रवैये के लिए जाने गए तो उन्हें पॉलिटिकल ट्रोलिंग का भी खूब सामना करना पड़ा।
पूर्व सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ की सुबह
DY Chandrajud Morning Routine: डी वाई चंद्रचूड का जन्म महाराष्ट्र में पुणे के छोटे से गांव कन्हेरसर के एक संपन्न परिवार में हुआ था। उनके पिता यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ भी देश के मुख्य न्यायाधीश रहे। पिता देश के 16वें सीजेआई थे तो वहीं बेटे ने 50वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली थी। अपने कार्यकाल, निजी जिंदगी और विचारों को लेकर डी वाई चंद्रचूड़ ने टाइम्स ऑफ इंडिया से खुलकर बात की। उन्होंने यह भी बताया कि तमाम तरह की आलोचनाओं और टिप्पणियों के बाद खुद को कैसे शांत रखते हैं।
खुद को शांत रखने का तरीका
डी वाई चंद्रचूड़ ने बताया कि खुद को शांत रखने का हर व्यक्ति का तरीका अलग होता है। उनका भी अपना अलग तरीका है। वह ध्यान और अध्यात्म से खुद को ऊर्जावान बनाए रखते हैं।
अल सुबह छोड़ देते हैं बिस्तर
बकौल डी वाई चंद्रचूड़, वह सुबह 3.30 बजे सोकर उठ जाते हैं। जागने के बाद वह एक्सरसाइज करते हैं। उसके बाद नहाते हैं और फिर ध्यान और पूजा में लग जाते हैं।
पूजा और मेडिटेशन
डी वाई चंद्रचूड़ के अनुसार वह रोजाना सुबह काफी समय पूजा में बिताते हैं। करीब घंटे भर तक वह पूजा करते हैं और ध्यान लगाते हैं।
6.30 तक हो जाते हैं तैयार
ध्यान लगाने और पूजा के बाद उनका कुछ समय आत्म चिंतन में भी बीतता है। रोज सुबह अपने इस रूटीन को फॉलो करते हुए वह हमेशा 6.30 बजे तक अपने काम के लिए तैयार हो जाते हैं।
डीवाई चंद्रचूड़ का परिवार
बात डीवाई चंद्रचूड़ के फैमिली की करें तो उन्होंने दो शादियां की हैं। पहली पत्नी रश्मि चिताले के निधन के बाद साल 2008 में उन्होंने कल्पना दास को अपनी जीवन संगिनी बनाया है। पहली पत्नी से उनके दो बेटे हैं और दोनों वकील हैं।
दो प्यारी सी बेटियां
पूर्व चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और कल्पना दास ने दो बेटियों को भी गोद लिया है। बच्चियों के नाम माही और प्रियंका हैं। दोनों नेमालाइन मायोपैथी नाम की बीमारी से पीड़ित हैं।
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