भूलकर भी ना छोड़ें मौका, हर हाल में लगाएं महाकुंभ में डुबकी, मान लें जया किशोरी की बात
Mahakumbh 2025: प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है। करोड़ों की भीड़ संगम पहुंचकर आस्था की डुबकी लगा चुकी है। लाखों की संख्या में कल्पवासी त्रिवेणी किनारे कल्पवास कर रहे हैं। साधु संतों से पूरा प्रयागराज शहर पटा हुआ है। महाकुंभ में आम से लेकर खास तक सभी पहुंच रहे हैं। मशहूर कथावाचक और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी भी महाकुंभ में स्नान करने प्रयागराज पहुंची थीं।
महाकुंभ में जया किशोरी
Jaya Kishori on Mahakumbh 2025: जया किशोरी ने मकर संक्रांति के दिन पहले शाही स्नान पर महाकुंभ में डुबकी लगाई। वह परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद सरस्वती के साथ स्नान करने पहुंची थीं। जया किशोरी ने स्नान के बाद मीडिया से बातचीज में बताया कि ये उनका पहला कुंभ स्नान था। बकौल जया यह उनके लिए बेहद ही अद्भुत अनुभव रहा। उन्होंने कहा कि हर किसी को एक बार महाकुंभ आकर डुबकी जरूर लगानी चाहिए।
सकारात्मक उर्जा का भंडार है महाकुंभ
जया किशोरी ने कहा कि महाकुंभ में आए इतने ढेर सारे श्रद्धालु एक साथ जो एनर्जी क्रिएट करते हैं वह कहीं और नहीं मिल सकती। इस पूरे महीनेभर यहां ऐसा ही माहौल मिलेगा।
महाकुंभ जैसी एनर्जी कहीं और नहीं
जया किशोरी ने कहा कि यूं तो ये संगम और इस संगम का पानी हमेशा रहेगा लेकिन जब आप महाकुंभ के इतर साधारण दिनों में यहां आते हैं तो वो एनर्जी नहीं मिलती है जो इन दिनों है। अगर आप आध्यात्मिक ऊर्जा पाना चाहते हैं तो महाकुंभ में डुबकी जरूर लगाएं।
जीवनभर ना भूलने वाला अनुभव है महाकुंभ
बकौल जया किशोरी महाकुंभ में आनंद, ज्ञान, संस्कार, आध्यात्म, संस्कार और संस्कृति का अद्भुत संगम है। यहां आने वाला ऐसा अनुभव लेगा जो वह जीवनभर नहीं भूल पाएगा।
हंस बनें और मोती चुनें
जया किशोरी ने लोगों को "हंस बनिए, मोती चुनिए" कहा। उन्होंने लोगों को अपनी संस्कृति और धर्म को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का आग्रह किया।
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