भारत का सबसे रंगीन मिजाज महाराज, 11 रसोइयों में पकता खाना, करोड़ों के बर्तन में करता था डिनर

जब भी भारत के गौरवशाली इतिहास का जिक्र होता है तो यहां के राजा-महाराजाओं की शौर्यगाथा जरूर याद की जाती है। भारत भूमि एक से बढ़कर एक वीर योद्धा पैदा हुए जिन्होंने भारत के इतिहास को अपने खून से सींचा। जहां कुछ राजा और शहंशाह अपनी वीरता के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हुए तो वहीं कुछ अपनी विलासिता के लिए पूरी दुनिया में जाने गए।

महाराजा भूपिंदर सिंह ऑफ पटियाला
01 / 05

महाराजा भूपिंदर सिंह ऑफ पटियाला

Maharaja Bhupinder Singh of Patiala: 1947 में जब देश अंग्रेजों के गुलामी की जंजीरें तोड़कर आजाद हुआ तो उस वक्त भारत में 550 से ज्यादा देसी रियासतें हुआ करती थीं। सबके अपने राजा, महाराजा, नवाब और निजाम थे। इन राजाओं के शौक भी अनूठे थे, लेकिन इन सबमें पटियाला रियासत के सातवें महाराजा भूपेंद्र सिंह की बात ही कुछ अलग थी।

11 रसोई में बनता था खाना
02 / 05

11 रसोई में बनता था खाना

महाराजा भूपिंदर सिंह उस वक्त के सबसे अमीर महाराजाओं में हुआ करते थे। उनके राजमहल में 11 रसोइयां थीं। इनमें डेली सैकड़ों लोगों के लिए खाना बनाया जाता था।

रत्नों से जड़ी थाली में खाते थे खाना
03 / 05

रत्नों से जड़ी थाली में खाते थे खाना

भूपिंदर सिंह के पैलेस में दीवान रहे जरमनी दास के मुताबिक भूपिंदर सिंह उस जमाने में करोड़ों के डाइनिंग सेट में खाना खाया करते थे। महाराजा को रत्नों जड़ी सोने की थाली में खाना परोसा जाता था। उनके परोसे गए व्यंजनों की संख्या 150 से कम नहीं होती थी।

भूपिंदर सिंह का डाइनिंग सेट
04 / 05

भूपिंदर सिंह का डाइनिंग सेट

भूपिंदर सिंह के अव्वल दर्जे के इस नायाब डाइनिंग सेट में 166 कांटे, डेजर्ट के 111 कांटे, 111 चम्मचें, 21 बड़ी चम्मचें, सूप के लिए उपयोग में लाई जाने वाली 37 चम्मचें, सलाद परोसने के छह जोड़े बर्तन, चिमटों के छह जोड़े, सब्जियां काटने वाली कैंचियों के तीन जोड़े, 107 स्टील ब्लेड चाकू, फल तथा अन्य कार्यों को करने के लिए प्रयोग में लाए जाने वाले 111 चाकू शामिल थे।

भूपिंदर सिंह की 365 रानियों
05 / 05

भूपिंदर सिंह की 365 रानियों

बता दें कि भूपिंदर सिंह का नाम भारत के सबसे रंगीन मिजाज शासक के तौर पर भी लिया जाता है। साल में जितने दिन होते हैं उतनी उन्होंने रानियां रखी थीं। इन 365 रानियों में से 10 प्रमुख थीं।

End of Photo Gallery
Subscribe to our daily Newsletter!

© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited